सिर्फ ✍✍Ak लिख देने से शायरी मेरी नहीं हो जाती तकलीफ भी सहता हु कुछ दिल से लिखने के लिए 🙏❤ @Ak_Shayari 👈 join & Share ADMIN 👤 @Ankit_Akay
मैं साफ़ कहता हूँ मैं बदल जाऊंगा, मैं सरेआम कहता हूँ मुझसे उम्मीद ना लगाई जाए।।
✍✍Ak
तोड़ के तमाम वादे उसने पापा की इज्जत रख ली, फिर उसने साड़ी पहन ली और हमने दाड़ी रख ली।
✍✍Ak
जिन घरों ने मेरे लिए कभी दरवाजे बंद किये। मैंने कभी मुड़कर उनकी गली में नही देखा.
✍✍Ak. 🔥
मुझे बताया गया है बहुत बुरा हू में मैं अपने साथ भी बैठा तो दूर बैठूंगा
✍✍Ak
जब जब मेरा दिल रोया था
तब तब वो आराम से सोया था...
✍✍Ak
मौसम से सीखा है मैंने
वक़्त पर बदलना जरूरी है..!! 😕
✍✍Ak
आओ बैठो कभी किसी इतवार को, मैं वैसा हूं नहीं, जैसा मिलता हूं, "सोमवार" को...
✍✍Ak
दुःख रहेगा कि शक किया तुम पर,
दुःख रहेगा कि शक सही निकला...!!
✍✍Ak
दोस्त कमरे में अकेला हूँ
बचाते रहना फ़ोन जब तक न उठे फ़ोन मिलाते रहना
✍✍Ak
पता नही आखों में क्या हो गया
आज कल कोई अपना दिखाई नही दे रहा
✍✍Ak
कितनी हिम्मत होगी उसमें,
पंखे को वो बस देखता रहा!
✍✍Ak
इंतजार है मुझे जिंदगी के आखिरी पन्ने का सुना है, अंत में सब ठीक हो जाता है
✍✍Ak
खुद धोखा देकर कहती है
अपनी सहेलियों से,
मेरा सोलह सोमवार वाला प्यार झूठा निकला !
✍✍Ak
वो सारे मेरे जज़्बात थे,
जिस को पढ़कर लोगों ने कहा "SEND ME"
✍✍Ak
कोई ज़ंजीर तो नहीं
फिर भी मैं कैद हूँ आपमे..
✍✍Ak
क्या शिकायत करें दिसंबर से,
वो तो खुद आखिरी सांसें ले रहा है..!
✍✍Ak
दिसंबर के साथ-साथ तुम्हें भी छोड़ दूंगा, क्योंकि मैं जानता हूं अब नहीं मिलोगे तुम मुझे !
✍✍Ak
तबीयत थोड़ी खराब हो रही है लगता है
साल के साथ हम भी गुजर जाएंगे...!!
✍✍Ak
तुम भाजपा की तरह मोहब्बत तो क्या, हम कांग्रेस की तरह डूब ना जाए तो कहना।
✍✍Ak
जाने वो लोग किस दर्द से गुज़रे होंगे, जिनके हमदर्द अपने वादों से मुकरें होंगे।
✍✍Ak
मैंने सब्र तो कर लिया पर,
मुझे बहुत अफसोस हुआ उसके बदलने का!
✍✍Ak
कुछ भी मेरा नहीं मेरे पास,
बद्दुआ भी लोगों की दी हुई है....
✍✍Ak
अगर हूं खराब में तो छोड़ो मुझे
इधर-उधर से रोज मत तोड़ो मुझे
✍✍Ak
दिल छोटा ना कीजिए..
जो बदल रहा है, उसे बदलने दीजिए..!!
✍✍Ak
मैंने वहाँ से भी खुद को उठाया हैं, जहां लोग पंखे से लटक जाते हैं"...
✍✍Ak
हर महीने सैलरी से थोड़े पैसे बचा रहा हूँ, मुझे घूमने जाना है बस खुदको यही वजह बता रहा हूँ, मुझे पता है खर्च हो जाएंगे सारे पैसे किसी मजबूरी के चलते, पर फिर भी झूठा दिलासा देके खुदको रूठने से पहले हि मना रहा हूँ।
✍✍Ak
मुझे सताना तुम्हें भारी पड़ेगा देखना
मेरे दिल की आह तुम्हें चैन से सोने नहीं देगी
✍✍Ak