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किसी ने कहा
उम्मीद दुखों का कारण है
तो किसी ने कहा
टिकी है ये दुनिया उम्मीद के सहारे ही ...
और कितनी सच थी ये दोनों बातें !!..
तुम्हारे आने की उम्मीद में
ये दुख हमेशा शामिल था
कि तुम पास नहीं हो मेरे !!
Aasvik ✍✍
अगर तू बेवफ़ा है ध्यान रखना
मुझे सब कुछ पता है ध्यान रखना
बिछड़ते वक़्त हमने कह दिया था
हमारा दिल दुखा है ध्यान रखना
ख़ुदा जिसकी मोहब्बत में बनी हो
वो कइयों का ख़ुदा है ध्यान रखना
जिसे तुम दोस्त केवल जानती हो
वो तुमको चाहता है ध्यान रखना
#kuch_Baatein_hai
तेरी मोहब्बत के सताए हम
हो गए कितने पराए हम
तुमने समझा नहीं खामोशी को
भला और क्या समझाए हम
अपना सब-कुछ तुम पे लूटा दिया
फ़िर भी ना तुमको भाए हम
तुम हर रिश्ते-नाते तोड़ गए
अब सपने क्या सजाए हम
अब अपना कोई ठिकाना नहीं
तेरे दिल के हैं ठुकराए हम
है माना तुमने मुझे भुला दिया
पर तुमको कैसे भुलाए हम
#kuch_Baatein_hai
जीवन ना तो भविष्य में है
और ना ही अतीत में है जीवन,
जीवन तो केवल वर्तमान में है।
Good Afternoon All
ग़ज़ल
इश्क़ में फिर ठगा गया मुझको,
बेवफ़ा जो कहा गया मुझको।
सामने था सभी के मैं लेकिन,
काग़ज़ों में लिखा गया मुझको।
वो लिए था गुलाब हाथों में,
खार फिर भी चुभा गया मुझको।
चैन से सो नहीं सकी आँखें,
ख़्वाब झूठे दिखा गया मुझको।
बात उसकी लगी अजब यूँ फिर,
याद करके भुला गया मुझको।
#kuch_baatein_hai
ख्वाब के ही हम सहारे चल रहे हैं
ज़ख्म को भी गुदगुदाते चल रहे हैं
क्या बताएं अब तुम्हें हम हाल
अपना हिज्र में कैसे दीवाने चल रहे हैं
दरिया की तन्हाई का तो सोचिये
साथ जिसके दो किनारे चल रहे हैं
तुमको क्या लगता है तन्हा चल रहा हूँ
साथ मेरे चाँद तारे चल रहे हैं
#kuch_Baatein_hai
उस शख़्स की आज़ादी देखनी है,
मुझे अपनी बर्बादी देखनी है।
जिसे चाहा था दिल की गहराई से,
अब उसकी ही खुदगर्जी देखनी है।
ये ग़म भी कोई ग़म है,
अभी तो मुझे उसकी शादी देखनी है।
जहाँ मैं खड़ा था वफ़ा के लिए,
वहीं उसकी शहज़ादी देखनी है।
जिसे चाहा था रातों की दुआओं में,
अब उसे गैरों की इबादत बनते देखना है।
उसके हाथों में होगी मेंहदी की लाली,
और मेरी आँखों में वीरानी देखनी है।
अब शिकवे, शिकायत की बारी नहीं,
बस दिल की बर्बादी देखनी है।
#kuch_Baatein_hai
हर कोई मेरा हो जाए ऐसा मेरा तकदीर नहीं
मैं वो सीसा हू जिसका कोई तस्वीर नहीं
दर्द से रिश्ता है मेरा खुशिया मेरे नसीब नहीं
और मुझसे भी कोई प्यार करे शायद ऐसा मेरा नसीब नहीं
Aasvik ✍✍
ज़लील कितना और करोगे?
ये जो तुम रोज़ मुझे तोड़ रहे हो,
हर लम्हा जख़्म नया जोड़ रहे हो।
सांस चलती है, पर जान नहीं है,
अब तो धड़कन में भी तेरा नाम नहीं है।
आंखों में हैं अश्क, पर रोता नहीं हूँ,
टूटकर भी तुझसे मैं खोता नहीं हूँ।
तू हर रोज़ मुझको सताता रहा है,
ख़्वाबों में आकर रुलाता रहा है।
मगर अब ये दिल तुझसे कहता नहीं,
जो दर्द मिला था, वो सहता नहीं।
Aasvik 🖤✍️
समय बेहरा है, सुनता किसी और की नही है, मगर अंधा नहीं है, देखता सबको है...
Good Afternoon All
खुशियों के ख्वाब देखे जा रहे थे
उन्होंने पूरी जिंदगी दर्द से भर दी है,,
हम महफिलों के काफिले सजाने में लगे थे,, उन्होंने कफ़न की तैयारी कर दी है..
#kuch_Baatein_hai
अपनी रोती हुई शामों में,
मैं अपना कल ढूंढ रहा हूं,
मैं आज भी उसकी यादों
की दुनिया में घूम रहा हूं..
#आकाश
ना जाने किस गुनाह की सजा हैं ज़िन्दगी.
कुछ टूटे हुए ख्वाबो का पता हैं ज़िन्दगी.
इसे ढूंढ़ रहे है कहाँ कहाँ हम दर-बदर होके,
पर उलझनो की भीड़ में लापता हैं ज़िन्दगी
@II_Aasvik_II.✍✍
अफ़सोस.. क्या करें!
दरमियाँ अपने क्या राबता रह गया।
जो बना ही न था वो बचा रह गया।
होते होते कोई हादसा रह गया।
सच मेरे दिल का दिल में दबा रह गया।
रात भर कितने तारे थे आग़ोश में
आसमाँ सुब्ह तनहा खड़ा रह गया।
सबकी सुनता था मैं उम्र भर शौक से
मेरा क़िस्सा मगर अनसुना रह गया।
दिल से निकली तो थीं ख्वाहिशें लाखहा
लब पे शिकवा कोई नाचता रह गया।
लूट कर ले गये सब सरापा, मगर
मेरे दामन में बस काइदा रह गया।I
‘आकाश’ सबमें ज़रूरत की थी यारियाँ
मैं ज़माने में तनहा खड़ा रह गया।
#kuch_Baatein_hai
कितना मुश्किल है, यह जानते हुए भी
किसी से प्यार करना कि वह हमसे
प्यार नहीं करता..
फिर भी दिल का उसी के लिए तड़पना
उसने चाहना, उसे देखना, उसे सुना
उसके लिए ही आंखें भर आना, बड़ा मुश्किल है
इस दिल को समझना, फिर भी उसी को चाहते रहना।
दिल का यह अफसाना, बस दिल वालों ने जाना
दिल्लगी के बदले, दिल को लगा लेना.....!!
Aasvik ✍✍
बडे तमाशे से गुजरी है ज़िन्दगी अपनी...
जज़्बात मरते गए और हम पत्थर होते गए..
Aasvik ✍✍
alvida toh keh Diya usne pr maut insaan ko aati hai yaado ko nhi masla toh yaado Ka hai
✍✍
~𝙏𝙤𝙝 𝙖𝙧𝙯 𝙝𝙖𝙞 🌸🫴🏻
𝙈𝙖𝙩 𝙠𝙝𝙤𝙡𝙤 𝙧𝙖𝙖𝙯 𝙢𝙚𝙧𝙚
𝙏𝙪𝙢 𝙥𝙖𝙧𝙝 𝙣𝙝𝙞 𝙥𝙖𝙤𝙜𝙚,
𝙈𝙖𝙩 𝙙𝙚𝙠𝙝𝙤 𝙯𝙖𝙠𝙝𝙢 𝙢𝙚𝙧𝙚
𝙏𝙪𝙢 𝙗𝙝𝙖𝙧 𝙣𝙝𝙞 𝙥𝙖𝙤𝙜𝙚,
𝙃𝙖𝙧 𝙢𝙪𝙨𝙠𝙪𝙧𝙖𝙩𝙖 𝙘𝙝𝙚𝙝𝙧𝙖 𝙠𝙝𝙪𝙨𝙝 𝙣𝙝𝙞 𝙝𝙤𝙩𝙖
𝘼𝙪𝙧 𝙞𝙨𝙨 𝙘𝙝𝙚𝙝𝙧𝙚 𝙠𝙤 𝙠𝙖𝙗𝙝𝙞 𝙨𝙖𝙢𝙖𝙟𝙝
𝙣𝙝𝙞 𝙥𝙖𝙤𝙜𝙚....
Aasvik✍✍
तू वो किताब है जिसमें कहानियां बहुत है
मैं वो कागज़ हूँ .....जो कोरा बहुत है...
तू वो चाँद हैं जिसकी रोशनी बहुत है
और मैं वो रात हूँ जिसमें अंधेरा बहुत है...
अल्फाज़ खुबसूरत हो या ना हो , लेकिन अल्फाज़ के पीछे छुपा हुआ , एहसास ..!! इतना खुबसूरत हो जो दिलों को छू जाए
Aasvik ✍✍
दिल है तुम्हारा,
तुम्हारी आँखों में है अब भी वो सवाल,
जो मैंने हर बार टाल दिया।
तुम्हारे प्रेम की कोमल डोर,
मैंने अपने अभिमान से जला दिया।
दिल तो है तुम्हारा ही, मंदोदरी,
पर इस दिल के हर कोने में,
रावण की आहट है।
विजय की प्यास में मैं भूल गया,
तुम्हारे स्नेह की कीमत क्या है।
तुमने हमेशा एक पति देखा,
मैंने खुद को सम्राट समझा।
तुमने प्रेम से सजाया आँगन,
मैंने रणभूमि को ही घर माना।
तुम्हारी आँखों की नमी भी देखी,
पर मैं लंका का ताज बन गया।
तुम्हारा मौन भी सुना,
पर मैं अपने शोर में खो गया।
अब जब राख है सोने की लंका,
और धूल में लिपटा है मेरा मान,
तब एहसास हुआ,
कि जीत कर भी मैं हार गया हूँ।
दिल है तुम्हारा, मंदोदरी,
पर इस दिल की हर धड़कन में,
अब पश्चाताप की जंजीरें हैं।
काश, मैं तुम्हारे प्रेम की भाषा समझ पाता,
काश, मैं रावण से पहले तुम्हारा पति बन पाता।
रावण जीЧитать полностью…
खत 📝
ग़लती मेरी थी, जो टूटे को सहारा दिया,
अफ़सोस, उसने जुड़ने के बाद मुझे किनारा किया।
जिसे अपनी रूह से ज्यादा संभाल रखा था,
उसी ने मेरे दिल को बेरहम सा तोड़ा था।
मैं दरिया था, उसे साहिल की तलाश थी,
डूब कर मेरी मोहब्बत में, किनारे की आस थी।
वो जुड़ा, तो लगा ज़िंदगी संवर जाएगी,
पर जुड़कर भी, वो मुझसे बिछड़ने की वजह लाएगी।
अब खामोशी ही मेरी ग़ज़ल बन गई है,
इश्क़ मेरा खुद मेरे लिए सज़ा बन गई है।
#kuch_Baatein_hai
मेरी बात मान मेरे यार तमाशा देखेंगे
गर हुई लड़ाई तो लोग हजार तमाशा देखेंगे
तेरे हक में जरा भी नहीं बोलने वाले ये
तेरे बनाए खुद के सलाहकार तमाशा देखेंगे
मैंने तेरे गले पे ऐसा बोसा देना है कि सफ
में खड़े होकर सुनार तमाश देखेंगे
#आकाश
यही जीते-जी सोचता हूँ
मैं पिछले बरस मर चुका हूँ
ये आँखें भी खुली हुई हैं
मैं कुछ भी नहीं देखता हूँ
वहीं जलजला आ गया है
जहाँ पर मैं ठहरा हुआ हूँ
कि दुपहर के दो बज रहे हैं
अभी तो मैं सो कर उठा हूँ
किसी बात पर रो रहा था
किसी बात पर हँस रहा हूँ
पुराने सभी सिलसिलों को
मैं खुद में फना कर चुका हूँ
#kuch_Baatein_hai
चाहे कितने भी झूठे हो जाओ तुम,,
मुझमें जो भी है सब कुछ सच्चा है
मजाक बनाती है ये दुनियां,,
इनसे जितना दर्द छुपाओ उतना अच्छा है..
#kuch_Baatein_hai
कहना ग़लत ग़लत तो छुपाना सही सही
क़ासिद कहा जो उस ने बताना सही सही
ये सुब्ह सुब्ह चेहरे की रंगत उड़ी हुई
कल रात तुम कहाँ थे बताना सही सही
दिल ले के मेरा हाथ में कहते हैं मुझ से वो
क्या लोगे इस का दाम बताना सही सही
आँखें मिलाओ ग़ैर से दो हम को जाम-ए-मय
साक़ी तुम्हें क़सम है पिलाना सही सही
ऐ मय-फ़रोश भीड़ है तेरी दुकान पर
गाहक हैं हम भी माल दिखाना सही सही
'साजिद' तो जान-ओ-दिल से फ़क़त आप का है बस
क्या आप भी हैं उस के बताना सही सही
Aasvik ✍️✍️
तेरा तोड़ा हुआ गिलास हूँ,
क्यों अब जाम भरती है मुझमें?
बरसों पहले दिल का क़त्ल किया था,
फिर क्यों इसे ज़िंदा करती है?
बंजर कर चुका हूँ ज़िंदगी,
क्यों इश्क़ की बारिश करती है?
अब मोहब्बत का दरिया
ज़िम्मेदारियों के सूरज से सूख
रेगिस्तान बन गया...
फिर क्यों अब इश्क़ का ढोंग करती है?
दिए ज़ख्म दिल पे तूने,
फिर अब क्यों झूठा मरहम बनती है?
#kuch_Baatein_hai
आज आपलोगो ने Nocite किया होगा कि notice की Spelling gatal लिखी है,
और galat की spelling भी गलत लिखी है😝
Dhire dhire padhiye itni bhi kya jaldi
Online typing किसी का राजा बदल गया
मेरी रानी बदल गई
हवाओ ने रुख क्या बदला
मेरी कहानी बदल गई
वो एक भटकती खुशबू थी
मैं एक हवा का झोका
ना उसने मुझको बाधा था
ना मेने उसको रोका
पल दो पल का साथ हमारा
पल दो पल के नाते थे
धुंधले पड़े थे मंजर मेरे
फीके पड़े वादे थे
तेरे दिल के कमरे में
मुझे मेंरा प्यार ना मिला
किसी को हम न मिले
हम को तू न मिला