Group link👉 @shayro_ke_mehfil https://t.me/+dTlJanwah-Y3MDI1 जो तुम्हे समझता हो और जो तुम्हे समझता हो, उससे बेहतर दोस्त कोई नही हो सकता..।
सुनो
बिना ढूंढने से तो खुदा भी नहीं मिलता
बिना उसके इशारे पत्ता भी नहीं हिलता
अपनों का दिया ज़ख्म कोई नहीं सिलता
बंजर दिलों मै कभी फूल नहीं खिलता
हर मुश्किलों का का रास्ता है निकलता
फिर क्यों गुनाहों की तरफ है फिसलता
Irfan...✍️
Suno...naa
खामोशी अगर वो समझ पाते
तो वो तड़प कर ना रह जाते
Irfan...✍️
Suno
तुम्हारी तमन्ना तुम्हारा खयाल तुम्हारी ही जुस्तजू
पा लूं तुम्हे तो पूरी हो जाए मेरी हर आरज़ू
Irfan... ✍️
Suno na
मेरे नसीब मै प्यार नहीं
मै अपने नसीब से डरता हु
इसलिए कल की फिकर नहीं करता
मै आज मैं जी लिया करता हूं
Irfan...✍️
Miss yiu
सुनो
सारी रात जागता रहा नींद के इंतजार में
सारी रात भी गुजर गई तेरे इंतजार में
इरफान
सुनो इरफान
ख्वाइशों को अपने ज़रा संभालो इरफान
सदा इश्क की रह जाए निकल ना जाए जान
Irfan...✍️
सुनो ना...
मेरे सब्र का फायदा उठाया गया
बेहिसाब जब मुझे तड़पाया गया
ठंडक नहीं मिली फिर भी नादाँ को
मुझे आखिर इस कदर रुलाया गया
Irfan...✍️
सुनो तो...
हकीकतन वो ख्वाब जैसा था
उसका इश्क गुलाब जैसा था
आंख खुली तो शीशा देखा मैने
एक चेहरा जो मुरझाया जैसा था
इरफान...✍️
Suno
ना जाने मुझ से क्या गुनाह हो गया
वो मेरा गुरूर था चकनाचूर हो गया
Irfan...✍️
Suno to
मेरे जीने की वजह हो तुम
मेरी जिंदगी का हिस्सा हो तुम
ठहर जाता है वक्त भी जब
लगता है गुजरा किस्सा हो तुम
Irfan... ✍️
सुनो ना...
क्या है गलत क्या है सही
सोचता रहेगा तो जीएगा नहीं
जो भी होता है होने दो होगा सही
मेरा रब साथ मै मुझे डरना नहीं
Irfan...✍️
Suno
तुम्हारी नजरों में है सिर्फ रिश्तों का selection
मेरी मोहब्बत है तुम्हारे लिए महज एक option
Irfan...✍️
सुनो तुम...
इंतजार का गुजरता अब कारवां नहीं
उसे अब मोहब्बत की परवाह नहीं
मेरी अहमियत क्या है तेरी नजरों में
मैं आम इंसान कोई अजूबा आठवां नहीं
तेरी इज्जत का रखना है मुझे खयाल
महफिलों मै करना तुझे कभी रुसवा नहीं
इश्क को दे करार अगर गुनाह ज़माना
मैं मानता ऐसा कोई भी फतवा नहीं
मोहब्बत दिखाती है मोहब्बत कितनी है
मोहब्बत मै तड़प नहीं कोई शिकवा नहीं
Irfan...✍️
सुनो
तुझ से उम्मीद ए वफ़ा करना फुजूल है
तूने समझ लिया कदमों की धूल है
तुम से मोहब्बत की ये मेरी भूल है
छोड़ कर जाना तो रस्म ए उसूल है
Irfan....✍️
फिर न होश में रहा न गुमान में रहा
मैं महफिलों में रहकर विराम में रहा
न खबर, मुझे, मेरे होशो गुमान की
इंसान भी कहा अब इंसान में रहा
कोई पुकारता मुझे , मै खो गया हूं क्या,
और आखिर तक मैं भी, पैगाम में रहा
उसकी जिंदगी का किस्सा बना ऐसे के
उसकी जिंदगी में शायद, बस नाम में रहा
जिसको बनाया अपना उसकी जिंदगी में,
फिर मै अच्छा भला खासा मेहमान में रहा
फिर आप तो मुझे मेरा अपना कहते है
और ये वक्त जरा देखो मैं ध्यान न रहा
सत्यम तिवारी❤️✍
सुनो तो
नजरों मै आपकी खुद को गिरा रहे है
बनाजरो की नजर से तुझे बचा रहे है
तुझे भी ये एहसास होता मेरे हमदम
हम हर पल तुम पर मरे जा रहे है
Irfan...✍️
Suno to....
एक रब के नाम अनेक
फिर क्यों है इंसानों में मतभेद
Irfan...✍️
Suno to...
आज मेरा चांद ताब में है
रोशन चेहरा उसका हिजाब
मै है
एक दाग फिर भी मेहताब मै है
अंदाज ओ हया शबाब मै है
साथ नहीं है वो मेरे मगर
वो मेरे हर एक ख्वाब में है
Irfan...✍️
सुनो जी
ना करना तू कभी इतना सबर
के तुझे मिले मेरे मरने की खबर
लहू बहेगा तेरे इन आंखों से...
देख कर रोएगी जब तू मेरी कबर
तरसता रहा पाने को तेरी मोहब्बत
मेरे एहसासों का नहीं तुझ पर असर
होगा तेरा बागबान भी हरा भरा
सुखा होगा मेरे नाम का भी सजर
ना करना तू कभी इतना सबर
के तुझे मिले मेरे मरने की खबर
तुमने जो आंखे फेर ली मुझ से
खुदाया हो जाए करम की नजर
जिस्म से जान जुदा हो रही थी
दिल दुखाने मै ना छोड़ी कोई कसर
ना करना तू कभी इतना सबर
के तुझे मिले मेरे मरने की खबर
मेरे जिस्म को कर मिट्टी के हवाले
और सुबह का वक्त हो वक्त ए फजर
बाद मरने के भी याद आऊंगा तुझे
मेरा नाम गली कूचा और मेरा शहर
ना करना तू कभी इतना सबर
के तुझे मिले मेरे मरने की खबर
Irfan....✍️
सुनो
जो मुझ पर मर मिटने को तैयार है
अफसोस दो लम्हे देने को लाचार है
इरफान
सुनो यार
ना तुझसे कोई ज्यादा ना तुझसे कोई कम
बांट लेता हु साथ उसके अपने सारे गम
कभी मुस्कुराता चेहरा तो कभी आंखे नम
साथ उसके गुजारे हर पल जाए थम
उसके होने से है महफूज वजूद मेरा
उसके दम से है मेरी धड़कनों मै दम
Irfan...✍️
सुनो
सब्र का दामन थामा है
इंतजार करके भी देख लिया
नम थी आंखे मेरी मगर
मुस्कुरा कर भी देख लिया
Irfan...✍️
सुनो
उसने कहा अदब से, था पत्थर का
अब शीशे का है
एक दिल जो हमने सीने में संभाले रखा है
अपने तो देते रहे मुझे जिंदगी भर ज़ख्म
और दर्द को मैने पलकों पे छुपा रखा है
Irfan...✍️
कोई कुछ भी कहे बोलें अब सुन लेता हूं,
बचे दिन जिंदगी के बर्दाश्त करने वाला हूं
पूछती तुम हो परेशान हां मगर क्या बोलूं
बोलता तो लगता के फसाद करने वाला हूं
मेरे मुंह क्यों ही लगते हो आप "तिवारी",
मैं तन्हा पसन्द, कम बात करने वाला हूं
आपका मुझमें कुछ बाकी तो ले जाइए
अब मैं खुदको भी बर्बाद करने वाला हूं
जिंदगी तेरे और भी सितम बाकी है क्या
फिर अब मैं खुदको आजाद करने वाला हूं
सत्यम तिवारी💔
आखिरी बोल❤️
अलविदा♥️
Suno
हसरत सारी उभर आएगी
जब दुल्हन बन कर तू आयेगी
सितारे सजे होगे मांग में तेरे
सुर्ख लिबास में कयामत नजर आएगी
गायेंगे परिंदे भी गीत खुशी के
पहन कर पायल घर मेरे आयेगी
महक जायेंगे बागबान सारे जहां के
लबों से तेरे जब तू फूल बरसाएगी
समेट लूंगा तुझे मै अपनी रूह मै
सुहाग के धागे से जब तू बंध जाएगी
सांसे भी मेरी अब महक जाएगी
जब चेहरे पर तेरे मुस्कुराहट आयेगी
काबिज है मेरी जां भी तेरी जां मै
आखिर ये जां कैसे निकल पाएगी
मेरे हर लफ्जों में होगा तेरा वजूद
बिना दस्तक के जब याद तेरी आयेगी
एक पल भी ना छोड़ कर जाना मुझे हमदम
जब तन्हाई मुझे हर पल रुलाएगी
Irfan...✍️
Dedicate to my wife
सुनो
ज्यादा कदर करने वाला
अपनी अहमियत खो बैठता है
टूटता बिखरता है और अंधेरे
मैं वो रो बैठता है
Irfan....✍️
सुनो
कल के हालात कुछ ऐसे थे
हम तो खामोश ही अच्छे थे
Irfan...✍️ G00d night
और सोचने जैसा कुछ बचा ही नहीं,
और फिर ऐसा कि कुछ हुआ भी नहीं
और तो, मैने गुलाब को, खिलते देखा है,
फिर न, उसको तोड़ा, और छुआ भी नहीं
फिर उसने कहा तो ठीक ही कुछ कहा होगा,
सब कुछ कहकर भी कहती, बद्दुआ भी नहीं
ये चाहत गुलाबों की यहां तो सब रखते है,
और कैसे कहते हो कांटों को चुभा ही नहीं!!
मैंने खोया था बोलकर सब अपना ऐसे के,
फिर कोई लुटकर मोहब्बत में लुटा भी नहीं,
उसको पूछा इक रोज , भला क्या कैसा था,
नाराजगी ऐसी कि, और फिर वजह भी नहीं,
फिर कहकर रोनी आंखों से क्या कहती वो
एक बार निकली तो,वापस में सुना भी नहीं
तिवारी ये मोहब्बत तुम्हारी जां ले जाएगी,
तिवारी कलम को तो तुमसे वफ़ा भी नहीं
सत्यम तिवारी🙏✍️
सुनो
जो कदम से कदम मिला ना सका
अपना रिश्ता वो निभा ना सका
उम्मीद उससे मै आखिर क्या करता
मैं उसके साथ सफर मैं चल ना सका
Irfan...✍️
सुनो जॉना
तुम मुकम्मल किसी के हो जाओ
खौफ है उसका उसके रहो तुम
यूं जुल्म ना करो मुझ पर तुम
प्यार है मुझ से तो मेरे हो जाओ
Irfan...✍️