Group link👉 @shayro_ke_mehfil https://t.me/+dTlJanwah-Y3MDI1 जो तुम्हे समझता हो और जो तुम्हे समझता हो, उससे बेहतर दोस्त कोई नही हो सकता..।
suno
नजरो से दूर रह कर भी तेरे रूबरू हूं
तू है फक्त एक जिस्म में तेरी रूह हूं
irfan...✍️
सुनो
तू मेरे हर मर्ज का इलाज है
तू ही समंदर मेरा तू प्यास है
Irfan...✍️
सुनो ना..
तन्हाई मैं जब भी दिल हुआ उदास मेरा
देख कर तस्वीर तेरी तुझे याद कर लिया
मजबूर थी तुम अपने दायरे मैं मगर जॉना
इश्क मैं आबाद हुए खुदको बर्बाद कर लिया
Irfan...✍️
सुनो जॉना
तुम मेरे आगोश मैं ऐसे रहो
में तुम्हे देखता रहूं,
तुम दिल की सदा सुनती रहो
Irfan...✍️
suno
कभी वक्त मिले तो आ जाना
हम समंदर किनारे बैठे है
तुम बात करना खुशियों की
हम गम का प्याला पीए बैठे है
तुम बात करना रातों की
हम पहलू मैं चांद लिए बैठे है
तुम बात करना गुलिस्तान की
हम दामन मैं गुलाब लिए बैठे है
तुम बात करना आंखो की
हम तेरी तस्वीर लिए बैठे है
तुम बात करना मोहब्बत की
हम तुम्हे साथ लिए बैठे है
irfan...✍️
सुनो ना...
फिकर नही दुनिया की मुझे
थोड़ी मेरे प्यार की कदर कर
बनाकर मुझे तू अपना हमराज
सारी शिकायतों को खत्म कर
Irfan...✍️
Suno
शिद्दत से मोहब्बत करने वाले
मुद्दत गुज़र जाये बर्बाद रहते हैं
बहते है अश्क आंखों से उनके
सारी उमर वो बदहाल रहते है
Irfan....✍️
suno
देखो वो आ गई दिलरुबा महकी महकी
फिजा महकी महकी हवा बहकी बहकी
वो आंखों मै काजल वो बालो मैं गजरा
हाथो मैं उसके मेंहदी महकी महकी
खुदा जाने किस किस की ये जान लेगी
वो कातिल अदाएं चाल बहकी बहकी
सवेरे सवेरे जो वो मुझसे मिलने आई
महके गुलाब की तरह और सांस महकी
महकी
irfan...✍️
suno
कलियां खिलते हुए देखते हम लोग
रखवाली फूलों की करते है हम लोग
गुलशन से फूल तोड़ देते है हम लोग
कैसी मोहब्बत मैं खो गए है हम लोग
फूल दे कर अक्सर भूल जाते है
के कितने खुदगर्ज होते है हम लोग
irfan...✍️
suno
आज तुझे मैं ख्वाबों मैं मिलूं
क्या करू यादों से कैसे लड़ूं
अंदर से मर चुका अब कैसे जीयूं
गम इतने कब तक छुपाता फीरू
दम घूंट रहा है हुजूम मैं मेरा
चंद सांसे लेने की कोशिश तो करूं
Irfan...✍️
Suno
मै 'मैं' लिखू और 'तू' हो जाए,
कुछ ऐसा ये तिलिस्म हो जाए
खयालों मैं तेरे नींद आ जाए
ख्वाब मैं तेरा दीदार हो जाए
जिस राह भी चलूं मेरे साए मैं
तेरा अक्स तब्दील हो जाएं
हो जुनून मेरी चाहत में इस क़दर,
मैं 'अश्क' लिखूं, वो 'इश्क' होजाए.
irfan...✍️
Suno
दिल की किताब पर हर लफ्ज़ को सजाए रखा था
इरफान ने अपनी रूह मैं तेरी खुशबू को बसाए रखा था
Irfan...✍️
Suno
बड़ा खूबसूरत सा एहसास हुआ
महबूब का महफिल मैं आना हुआ
जब पढ़ी उन्होंने खूबसूरत नज़्म
नाम नही था लेकिन जिक्र मेरा हुआ
irfan...✍️
sᴜɴᴏ
मेरी हर उलझन का हल हो
मेरे आज मैं मेरे कल मैं तुम हो
मेरी सांसों मैं मेरा वजूद तुम हो
मैं जिस्म और मेरी जान तुम हो
Irfan...✍️ ❤️❤️
sᴜɴᴏ
इरफान के हर लफ्ज़ मैं
तुम समाए हो
फिर मैं कैसे कह दू तुम
पराए हो
irfan...✍️
सुनो जी...
मेरी हयात के कुछ लम्हे गुजरे ऐसे
मैं तुम हमारी मोहब्बत और यादों के
खजाने जैसे
Irfan...✍️
Suno
मैं शायर हूं लफ्जो मैं
हाल बयान करता हु
कभी खुशियां अपनी
बांटता हु कभी दर्द बयां
करता हूं
irfan...✍️
Suno
ज़ख्म मेरे जिस्म पर
कुछ ऐसा दिया गया
रूह को मेरी बहुत ही
तड़पाया गया
गैरो से क्या करते शिकवा
इरफान तो अपनो से है
सताया गया
कभी महफिल मैं क्या
बदनाम तो कभी बेवफाओ
में नाम लिया गया
ये शब गुजारे नही गुजरती है
मुझे तो नींदों से उठाया
गया
आफताब की रोशनी से है
रोशन सारे मकान
एक मेरे मकान को अंधेरों
मैं झोंका गया
चिरागों की रोशनी से मुझे
क्या मतलब दहेक्ति अंगारों
से दिल को जलाया गया
तुमने खाए होंगे तीर ओ तलवार
से ज़ख्म हमे तो महेकते फूलों
से ज़ख्म दिया गया
किस्सा ए इरफान कैसे
बतलाऊ तुम्हे इन दर्दों
को मेरे हमराह बनाया
गया
Irfan...✍️
Suno
फ़साने निगाहों के
कुछ इसतरह हुए
चाहतो मैं तुम्हारी
आशिक हजार हुए
जब से वो इरफान
पर मेहरबान हुए
अंदाज भी हमारे अब
शायराना हुए
Irfan....✍️
सुनो जी...
कभी हमे भी अपना हमराज बनने दो
बोझ अश्कों का हमे भी तुम उठाने दो
खुशियां बांटने केलिए सारा ज़माना है
गमों का अपने तुम हिस्सेदार होने दो
Irfan...✍️
Suno
मैं चाहता हु तू हर बात अपने दिल की बेझिझक बताए मुझे
खुशी देकर हर दर्द सहने को तैयार हूं कोई समझाए तुम्हे
Irfan...✍️
Suno
हद-ए-इंतज़ार मुकर्रर
किये नहीं जाते
अगर मोहब्बत हो सच्ची
तो साथ छोड़े नहीं जाते
Irfan...✍️
suno
अंदाजा हमारी मोहब्बत का सब लगा लेते है
कोई लेता है नाम तुम्हारा हम मुस्कुरा देते है
रूबरू होती हो तो हम नज़रे मिला लेते है
वो शर्मा कर हमसे अपनी नजरे झुका लेते है
irfan....✍️
सुनो ना...
तेरे मेरे दरमियान फासला ना रहे
तू रहे में रहूं कोई भी तीसरा ना रहे
रूह मैं शामिल रहूं सांसों की तरह
तेरा खुद पर ही इख्तियार ना रहे
मुस्कुराता चेहरा रहे हमेशा तेरा यूंही
अश्क का नाम ओ निशान भी ना रहे
इस तरह मैं तेरे गुलाब से लबों पर रहूं
तेरी जुबां पर किसी का नाम ना रहे
सफर मैं हो मेरे साथ हमसाया बन कर
सारी मुश्किल भी फिर मुश्किल ना रहे
Irfan...✍️
सुनो ना
थक गया हूं मैं खुद को साबित करते करते
इतना मुश्किल नहीं था मैं समझने के लिए
टूट कर बिखर गया शाख के पत्तो की तरह
कोई तो ऐसा होता मुझे समेटने के लिए
Irfan...✍️
Suno
अब मेरी जिंदगी मैं बचा क्या है
तेरी यादों के सिवा मैंने रखा क्या है
बद्दुआ ही दे दो मुझे मरने की यारो
अब इन दुआओं मैं रखा किया है
ये दिन ये रात क्या है
ये आफताब ये मेहताब क्या है
जिंदगी हों तुम मेरी तो
चलती सांसों की औकात क्या है
महसूस हो रहा है आज सजा क्या है
मुझे भी चखना है मरने का मजा क्या है
Irfan...✍️
सुनो
प्यार मुझे ऐसा चाहिए
जिस पर सिर्फ हक मेरा हो
वो सोए तो ख्वाब मेरे हो
उठे तो खयाल मेरा हो
हर लम्हे का मैं साथी रहूं
उसका हर वक्त मेरा हो
महफिलों में जाए वो उस
की जुबान पर जिक्र मेरा हो
करे जब श्रृंगार तो शीशे मैं
दिखता अक्स मेरा हो
लगाए जब गजरा तो वो
महेकता बागबान मेरा हो
वो महसूस करे मुझको
हर एहसास बस मेरा हो
धड़के दिल उसका उसमे
धड़कता दिल मेरा हो
फख्र हो तुम्हे अपनी मोहब्बत
पर और वजूद मेरा हो
लिखो जो तुम वरको पर अपना
नाम तेरे नाम के साथ नाम मेरा हो
Irfan...✍️
sᴜɴᴏ
इश्क की कलम मोहब्बत
की सियाही से
जब इरफान अपने दिल की
बात लिखता है
अल्फाज भी शोर करने
लगते है
के इरफान तुमसे मोहब्बत
करता है
irfan...✍️
Sᴜɴᴏ
अंदाज वो अपना
कातिलाना रखती है
इश्क मैं वो जलती है
मोहब्बत मैं जलाती है
irfan...✍️
sᴜɴᴏ
वो अच्छा है तो बेहतर
खामियां है तो कबूल
मिजाज ए इश्क मैं ऐब ए
मेहबूब नही देखे जाते
⭐✨⭐