सदा प्रसन्न दिखते हैं
हम क्योंकि हमारे कष्टों का अनुमान लगाना अत्यंत कठिन हैं..🖤💯
/ मनीष ❤🩹
Suno
सोता रहा पूरी शब
खयाल ए यार ले कर
ख्वाबों में दामन ए यार
पहलू में ले कर
Irfan...✍️
Suno
इश्क में अक्सर वफा किया करते है
दर असल वो गुनहगार हुआ करते है
तलबगार भी नही होते वो माफ़ी के
जिंदगी तन्हाई में गुजारा वो करते है
Irfan...✍️
Suno
इबादत-ए-इश्क़ है,
नुमाइश ना कर
इरादे नेक हैं मेरे,
यूँ पैमाइश ना कर
साँसों के सिलसिले
आपकी ही मिल्कियत हैं
जान से जाएँगे, जान लेने
की ज़िद ना कर.
🌟✨🌟
Suno
आंखों मै ख्वाइश को जगह देगे
तेरे तसव्वुर को हम पनाह देगे
तुम्हारा चेहरा मेरी आंखो मैं बसा है
उसको दिल के आईने मैं बसा देगे
irfan...✍️
Suno
कांटो बिन गुलाब अधूरा है
अश्क बिन इश्क अधूरा है
रात बिन चांद अधूरा है
चांद बिना आसमान अधूरा है
अधूरी है जिंदगी सब की
हर कोई यहा अधूरा है
मोहब्बत भी कहा होती है पूरी
नामुकम्मल मोहब्बत का ही
फसाना है
irfan...✍️
suno
ये आरजू थी तुझे खुद से ज्यादा चाहूं
तेरे नाम के साथ मैं अपना नाम चाहूं
इस कदर कर जाऊं रोशन मोहब्बत
के दिए
मैं रहूं ना रहूं ज़माने में अपनी वफा के अफसाने चाहूं
irfan...✍️
Suno
छोड़ जाना तो बस शरारत हैं
उसको भी तो हमारी आदत हैं,
देखना लौट आएगा फिर वो,
चंद दिनों की ये खुराफात हैं,
मैं जो जिद् पे अड़ा हूँ पागल सा
ये भी तो उसकी ही करामत हैं,
बात करनी नहीं मुझे उस से
मुझको भी उससे शिकायत हैं,
जानलेवा तन्हाई हैं जानाँ ये
और खुद से की ये बगावत हैं।
irfan...✍️
Suno
रुखसत ए जान का
मंजर भी क्या मंजर था
मैने खुद से खुद को
बिछड़ते देखा था
तसव्वुर मैं उसकी डोली और
मेरा जनाजा सजते देखा था
समंदर ए इश्क आंखो
से ऐसे बहता रहा मेरे
जैसे एक ज़माने से खामोश
समंदर मेरी आंखो में रहता था
कदर इन आंसू की कोई ना
करता है
दफना कर मोहब्बत को
सीने मैं
ये नादान दिल भी कहा
कहना मानता था
नाम जब भी उसका लेता
धक से धड़क जाता था
सांसे भी थी बेवफा मेरा
जिस्म छोड़ने का इरादा
ना था
उसका तो पता नही लेकिन
इरफान उसके लिए इस हद
तक तड़पता रहा
जब जब सांसे ली इरफान ने
हर सांस पर दम निकलता था
irfan...✍️
suno
दिल से लोग उतार देते है
नजरो से लोग गिरा देते है
जख्म जो लगता है जिस्म पर
फिर वो कहा दिखाई देते है
irfan...✍️
Me(निस्वार्थ प्रेमी) :-
मैंने कहा मुझे आपसे प्रेम है! और आपका चले जाना मुझे अधूरा कर देगा.. 🍁
She (वह) :-
मैं आपसे प्रेम नहीं कर सकती...।
और वह मुस्कुराई और चली गई 🥀💐
/मनीष 🌸
Suno
हमने इश्क़ मैं तड़पते देखा है
जहर जुदाई का पीते देखा है
आंखो से अश्क़ बहाते देखा हैं
खुद के वजूद को मिटते देखा है
अगर मिल जाती बिना तड़प के
मोहब्बत
तो हीर रांझा लैला मजनू को किसने
देखा है
Irfan....✍️
Suno
हम रिश्ते निभाना बखूबी जानते है
क्योंकि हम रिश्तों की अहमियत जानते है
सिर्फ नाम के लिए जो रिश्ते निभाते है
दूर रहे हमसे हम तन्हा रहना जानते है
Irfan...✍️
Sᴜɴᴏ
मैं तुम्हे अलविदा कभी
कह नही सकता
उम्मीदों को अपनी कभी
तोड़ नही सकता
बेरुखी भी होगी तुम्हारी
अगर मेरी जान
मनाने से मैं कभी पीछे
हट नही सकता
irfan...✍️
sᴜɴᴏ
मेरा रिश्ता उससे ऐसे
बढ़ने लगा
वर्क पर अल्फाज बिखेरने
लगा
वो मेरे जज़्बात समझने
लगी
और उस पर शायरी में
लिखने लगा
irfan...✍️
Suno
तेरे रुख से पर्दा उठाऊ कैसे
तू शोला है खुद को बचाऊं कैसे
ज़माना तुम्हे देख कर दंग है
ज़माने को तुमसे छुपाऊ कैसे
irfan...✍️
Suno
माफ़ करने की आदत नही मुझे
अगर इंसाफ ना करे तो कोई बात नही
तेरा मुस्कुराना और आंखो की
गुस्ताखियां ये कोई छोटी बात नही
तीर तेरी नजरो का जिगर में आ लगा
कसूर हमारा भी था कोई बात नही
मेरे बाद तू किसी और का ना हो जाना
अगर हुआ मुझ से जुदा कोई बात नही
Irfan...✍️
Suno
तुम अपनी निगाहों से
मेरे दिल पर एक पैगाम
लिख दो
मोहब्बत ए वफ़ा का
खुशनुमा अंजाम लिख
दो
अगर तुम्हारे लबों पर में
गजल बन कर चला आऊं
तुम अपनी दिल की धड़कन
और सांसे मेरे नाम लिख दो
मोहब्बत मुझसे इतना करो
के दौर ए जिन्दगी की हर
शाम मेरे नाम लिख दो
हर तरफ सिर्फ तुम रहो
ऐसा मेरा अंजाम लिख दो
irfan...✍️
प्रेम तो ईश्वर का रूप होता है.! 💐
और ईश्वर का अनादर नहीं करना चाहिए..!!
तो मेरे लिए प्रेम का मतलब इतना है की इजहार करना तुम्हे गले लगाना और लगाए रखना अंतिम पड़ाव तक.. .!! 🍁
/ मनीष 🌸
Suno
अपनी उलझन को बढ़ाने
की ज़रूरत क्या है
अपनी बे वफाई दिखाने
की जरूरत किया है
छोड़ना है तो मुझे छोड़ देते
बात बात पर रखने की ज़रूरत
क्या है
गर है मोहब्बत तो फिर
छुपाने की जरूरत किया है
नही है मोहब्बत तो तमाशे की
जरूरत क्या है
उम्र भर रहना है मुझसे
अगर दूर तुम्हें
फिर मेरे ख़्वाब में आने
की ज़रूरत क्या है
अजनबी रंग छलकता
हो अगर आँखों से.
उन से फिर हाथ मिलाने
की ज़रूरत क्या है
irfan...✍️
हर दर पे धागा बांधा था तुम्हारे नाम का, था इश्क़ में सबर, दुआएं अब रंग ला रही हैं.........❤🥰
तुम्हारी आहटें सुनाई दे रही हैं अब दूर से,
मेरी जीत की ख़बर, हवाएं अब संग ला रही हैं.....🍁
/मनीष 🌸
suno
उसने अपनी हया का कर दिया सौदा
ऐसे प्यार ऐसी इज्जत का क्या फायदा
रिश्ते तुमने कमाए कम,गवाए है ज्यादा
अब भी सुकून नहीं मिला क्या है इरादा
हर एक शख्स से किया था तुमने वादा
आखिर उठ जाता है हर राज़ से पर्दा
तुम्हे एहसास भी नही अपनी गलतियों का
सच शोर मचाएगा झूठ साथ देता नही सदा
irfan...✍️
sᴜɴᴏ
अभी तो आशिकों के
गम लिखता हूं
मैं अपनी मोहब्बत के
किस्से कम लिखता हूं
मैं जब भी अपनी जात
पर कुछ लिखता हूं
मोहब्बत का हर लम्हा
तफसीर से लिखता हु
अब भी वो बिछड़ नही
पाया सुकून से मुझसे
मैं अपने तारूफ मैं बहुत
कम लिखता हूं
रुसवा ना हो जाए मेरे
अल्फाजों से वो
मैं उसकी बेवफाई को भी
वफा लिखता हूं
आज भी जब मैं उसका
नाम लिखता हूं
उसके नाम के साथ हमेशा
मेरा नाम लिखता हूं
irfan...✍️
Suno
मोहब्बत तो करले
मगर डर लगता है
मोहब्बत का हम दर्द
सह पाएंगे या नहीं
कर तो ले हम भी
इज़हार ए मोहब्बत
किया वो इक़रारे मोहब्बत
कर पाएंगे या नहीं
जो की है हमने मोहब्बत
बेइंतेहा ऊनसे
साथ उनका निभा
पाएंगे या नहीं
हसीन रुखसार को देख
कर दिल मचल जाता है
जज़्बातो पर क़ाबू पाएंगे
या नही
आंखें है उनकी मेहखना
अश्क़ जैसे शराब इन
अश्क़ से संभाल पाएंगे
या नहीं
मोहब्बत मैं सुकून भी है
मोहब्बत मैं सजा भी है
इरफान मोहब्बत कर
पाएंगे या नहीं
Irfan...✍️