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Telegram-канал kalam_se_alfaaj - कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

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Bohot jaan lewa he 🥺 Ye jaan kehne wale...😊

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

Suno

दिल के जख्म अब दिखाए नही जाते

दाग ज़ख्मों के अब गिनाए नही जाते

गहरे जख्म देख कर वो मुस्कुराते है

और ये जख्म है जो सीले नही जाते

कुछ तोहफे मेने रखे है संभाल कर

ये राज़ की बाते है बताए नही जाते

Irfan...✍️

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

सुनो तो

ना सिकवा कर ना शिकायत कर

थोड़ा बात को समझ थोड़ा इंतजार
कर

Irfan...✍️

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

Suno

मोहब्बत के लिए मशरूफियत
मैं भी वक्त निकाल लेता हु

और वो समझते है बेरोजगार
हु मैं उन्हे वक्त कम देता हु

Irfan...✍️

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

बहुत देर से समझ आती है कि जिंदगी में तुम जिस इंसान के पीछे जितने भागोगे, वो उतना ही तुम्हारी एहमियत नहीं करेगा।🙃


और सच ये भी है की हद से ज्यादा किसी की कद्र करने पर अक्सर वो इंसान हमारी ही कद्र नहीं
करता।🥀



इसलिए जिंदगी में किसी को उतना ही एहमियत दो जितना वो तुम्हे देता है, और उतना ही कद्र करो जितना वो तुम्हारी करता है!🍁


-लफ़्ज-ए- मनीष

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

सुनो

आखिर आज उसने ये
एहसास मुझे दिलाया है

बनाकर सर का ताज
मुझे कदमों तले रौंदा है

जर्रा भर तकलीफ ना हुई
खा कर कसम दिल मेरा
दुखाया है

क्या कमियां थी मेरी मोहब्बत मैं
क्यों उसने ऐसा कदम उठाया है

उम्मीद का चिराग जलाकर दिल मैं
मेरे भरोसे को आग लगाया है

आज भी नही भुला गुजरा कल
मैंने उसे जहां अपना बनाया है

किसे सुनाएं हाल दिल का अपने
आज जहर का घूंट उसने पिलाया
है

Irfan...✍️

Good night 😂😂

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

सुनो

बहुत लोगो ने दिया धोखा
तुमने भी दिया तो क्या होगा

खुशी मिलेगी हमे ये सोच कर
के तुम्हारा तो कुछ भला होगा

Irfan...✍️

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

सुनो जॉना

नसीब अच्छे है हमारे के मोहब्बत हमे
ऐसी मिली

हमसफर मुझे परखने वाली नही समझने वाली मिली

Irfan...✍️

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

सुनो तो...

आज मेरे सब्र का इम्तेहान था

ना भेजा कोई संदेश ना क्या
कॉल था

मैंने भी सिख ली है ये अदा तुझसे

अब बताओ मेरी जान तुम्हारा क्या
खयाल था

Irfan...✍️

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

सुनो तो

मोहब्बत की इस मुश्किल राह मैं वो मुझे समझ पाते

जरूरत नही पढ़ती पाबंदियों की इतना पहचान पाते

तेरा कहना ही पत्थर की लकीर होता जान

तुम प्यार से कहते तो हम खामोश हो जाते

Irfan...✍️

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

Suno

तू मुझसे झूठ बोलेगा सोचा ना था

कह दिया होता अगर तुझे जाना था

जरूरत नही थी किसी भी बहाने की

मुझे तो आखिर साथ तेरा निभाना था

Irfan...✍️

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

Suno

जरूरी नहीं के इश्क में रिश्तों के खिलाफ होना चाहिए

जॉना हमे तो सिर्फ थोड़ी सी जगह आपके दिल मैं चाहिए

Irfan...✍️

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

Suno

फरेब की इस दुनिया
मैं लोग फरेब करते है

खिलौना समझ कर
यह लोग दिल तोड़ जाते है

irfan...✍️

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

Suno

तेरी बेरुखी का सनम एक
दिन ये अंजाम होगा

दो गज का कफन इरफान
का लिबास होगा

irfan...✍️

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

सुनो जॉना

तेरे ज़िक्र तेरी फिक्र मैं गुजरता है दिन

बगैर तेरे अब कही लगता नही मेरा दिल

जुनून ए इश्क इस कदर सवार है सर पर मेरे

खिलाफ तेरे कुछ कहता है तो धड़कने लगता है दिल

मेरा तो अरमान है तेरे दामन मैं खुशियां भरना

फिर ना जाने क्यू इरफान दुखा देता है तेरा दिल

हो सके तो कर देना मुझे माफ तू ए मेरे हमदम

क्या करू थोड़ा नादान थोड़ा दीवाना सा है ये दिल

Irfan...✍️

G00D Ni8 💐

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

सुनो

रवैय्या कुछ बदला सा है तुम्हारा

तुम ही बताओ क्या गुनाह है हमारा

Irfan...✍️

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

सुनो तो

आज कुछ ऐसा हुआ इरफान
मेरे साथ

रात सारी गुजर गई सुबह देखा
चांद अपने साथ

Irfan...✍️

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

Suno

इसमें गलत क्या है उसने अपनों के लिए मुझे छोड़ा

गलती उसकी भी नही वहा भी वक्त देना पड़ता है थोड़ा

Irfan...✍️

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

Suno

फैशन का जमाना है
मोहब्बत भी डिजिटल
हो गया है

होती है बाते ऑनलाइन
और रिचार्ज करवाया जाता
है

बाबू थोना बोल कर अपने
मेहबूब को मनाया जाता
है

लड़की पटाने के लिए पैसे
का जोर दिखाया जाता है

आई फोन और कार है मेरे
पास अपनी महबूबा को
जताया जाता है

इनके झांसों मैं बड़ी
आसानी से फंस जाती है

महबूबा भी कहा किसी से
कम होती है

जब तक खर्चा करे साथ
रहती है बाद मैं बहाना बना
कर नए चेहरे मैं आ जाती है

सच सच बताना ऐसी
मोहब्बत मैं कोन फसा है
ऐसा किस किस का टिकट
कटा है

irfan...✍️

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

सुनो

आगाज भी तू अंजाम भी तू
मेरे दिल की धड़कन भी तू

साज भी तू सरगम भी तू
मेरे लफ्जो की आवाज भी तू

सेहरा भी तू बागबान भी तू
मेरे गुलशन का गुलाब भी तू

दिन भी तू और रात भी तू
मेरा चमकता मेहताब भी तू

फिज़ा भी तू बरसात भी तू
इश्क का बहता दरिया भी तू

मेरी आरजू तू मेरी जुस्तजू भी तू
मेरे गम समेटे मेरी खुशियां भी तू

मेरे लब तू मेरी जुबान भी तू
मेरी सांसों मैं महकती सांस तू

Irfan...✍️

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

सुनो

वक्त के हाथो जो मजबूर होते है

सच्चे रिश्ते अक्सर उनसे दूर होते है

Irfan...✍️

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

सुनो जॉना

तेरे ज़िक्र तेरी फिक्र मैं गुजरता है दिन

बगैर तेरे अब कही लगता नही मेरा दिल

जुनून ए इश्क इस कदर सवार है सर पर मेरे

खिलाफ तेरे कुछ कहता है तो धड़कने लगता है दिल

मेरा तो अरमान है तेरे दामन मैं खुशियां भरना

फिर ना जाने क्यू इरफान दुखा देता है तेरा दिल

हो सके तो कर देना मुझे माफ ए मेरे हमदम

क्या करू थोड़ा नादान थोड़ा दीवाना सा है ये दिल

Irfan...✍️

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

Suno

इंतजार मैं तेरे मैं भी तड़प रहा हु

तुझ पर क्या गुजरी होगी समझ
रहा हूं

छुभने लगा है हर एक पल खंजर
की तरह

दर्द तेरे दिल का में भी महसूस कर
रहा हूं

नम आंखे भी मेरी हो गई है अब खुश्क

अपनी पलके जो राहों में बिछा रहा हूं

करार आ जाए थोड़ा मेरे भी दिल को

तुझे एक नजर देखने के लिए मचल
रहा हूं

Irfan...✍️

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

सुनो ना

भरोसा तो है तुझे मगर उससे ज्यादा डर है

हम साथ तो है तेरे मगर, बंद कुछ दर है

Irfan...✍️

दर + दरवाजा

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

सुनो जॉना

मैं चाहता हूं तू हर लिहाज से महफूज रहे

चाहे कुछ पाबंदियां मुझ पर भी लगी रहे

Irfan...✍️

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

सुनो जॉना

जब भी नजरे उठी सिर्फ तुम्हे ढूंढाता है

वो एक शख्स जो मेरे दिल मैं बसाता है

Irfan...✍️

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

सुनो

नाम को अपने खुद ही कमाना पढ़ता है

बदनाम करने के लिए तो ज़माना रहता है

खामियां तो निकलेंगे ये ज़माने वाले

हमे तो हर कदम इम्तेहान देना पढ़ता है

Irfan...✍️

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

सुनो जॉना...

बड़ी लार्जिश थी उसके
लबों पर

आंखे भी उसने झुका रखी
थी

मोहब्बत थी उसको मुझसे

लेकिन ये बात दिल मैं छुपा
रखी थी

irfan...✍️

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

सुनो जॉना

मैं हर लम्हा तेरा साथ चाहता हु

धड़कते दिल की धड़कन बनना
चाहत हु

सुना है उसको मोहब्बत है मुझसे

मैं सर ए आम इकरार ए मोहब्बत
सुनना चाहता हु

irfan...✍️

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

Suno

जहा इंसान सच बोलने मैं कतराता है
छुपा कर बाते वो तन्हाई मैं रोता है

रात तो नसीब होती है उसको मगर
वो सुकून से एक पल भी नही सोता है

तकलीफ मैं होती है अक्सर वो
और मुझे यहां अफसोस होता है

क्या राज़ है जो दिल मैं छुपाए रखा
तेरी खामोशी जख्म देती है मुझे
नोचता है

क्या बात है ऐसी के तुम मुझे बता नही सकते
क्या मेरी मोहब्बत मैं कमी है इरफान ऐसा सोचता है

Irfan...✍️

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

Suno

हौसला ऐसा है के सारे ज़माने से लड़
जाऊं

जुनून ए इश्क है सर मेरे बेमौत कैसे मर जाऊ

Irfan...✍️

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