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Telegram-канал kalam_se_alfaaj - कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

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Bohot jaan lewa he 🥺 Ye jaan kehne wale...😊

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

सुनो

शिकायत नही करता मैं किसी से अब

अपने ही तो है जो जख्म गहरे देते है

Irfan...✍️

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

Suno

जरूरी है हर सितम
आजमाने के बाद

तुम रोना अपनी मर्जी
से मेरे चले जाने के बाद

सितम ये भी है के हम
उन्हे चाहते है बेइंतेहा

बेहिसाब ज़ख्म मिले
उन से मिलने के बाद

अब किया बाकी रह गया है
तुम से मोहब्बत करने के बाद

एक मोहब्बत ही रह गई है
बाकी हमारे जुदा हो जाने
के बाद

irfan...✍️

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

सुनो जॉना

क्या करूं के वो मेरे
इश्क मैं मदहोश हो जाए

भूल जाए वो गुजरा ज़माना
मेरे खयालों में खो जाए

Irfan...✍️

9.3.24 saturday 11:20pm

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)



«🦋»𝐌ᵉʳⁱ 𝐂ʰᵃʰᵃᵗ 𝐌ᵉʳⁱ 🍃 𝐑ᵃʰᵃᵗ 𝐉ᵘˢᵗ 𝐘ᵒᵘ,  «♥️»𝐌ᵉʳᵃ 𝐃ⁱˡ 𝐌ᵉʳⁱ 𝐉ᵃᵃⁿ  💫𝐎ⁿˡʸ 𝐅ᵒʳ 𝐘ᵒᵘ «🦋»

⭑@Racer_Fouji_0

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

Suno

उजालों के शोर मैं रात की
खामोशी से हो तुम

सर्दी के मौसम मैं ओस की
बूंद से हो तुम

जिंदगी है धुंप तो साया देती
छांव से हो तुम

गुलशन में है फूल बहुत लेकिन
खिलता गुलाब सी हो तुम

है गहरा समंदर तो किनारे
जैसी हो तुम

चमक रहा है चांद आसमान
पर लेकिन
रोशनी करती चांदनी सी
हो तुम

चाहे महफिल मैं रहूं चाहे
तन्हा रहूं मैं

गूंजती रहती हो तुम मेरे
कानो मैं

जैसे नजम या कोई तराना
हो तुम

में हूं एक जिस्म और उस जिस्म
की धड़कन हो तुम

कैसे कहूं के मेरे लिए
क्या हो तुम

irfan...✍️

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

सुनो तो..

दास्तां जो लिखने बैठे खून ए जिगर से

किस्सा हमारा भी सर ए आम हो गया

जो थी मोहब्बत दर्मियां हम दोनो के

देखो ये सारा जहां मुखालिफ हो गया

Irfan...✍️

7:3:2024 thirsday 6:30 pm

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

Suno

यूं तीखी निगाहों से देखा ना कर
मैं सिर्फ तुम्हारा हूं परखा ना कर

यूंही तन्हा मुझे क्यू छोड़ा जाते हो
ख्वाबों में आकर मुझे सताया ना कर


यादों मैं तेरी तड़पता रह जाऊंगा में
नजरे चुरा कर मुझ पर जुल्म ना कर

irfan...✍️

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

Suno

हादसात ए मोहब्बत
अक्सर दिलो को तोड़
देते है

जिंदगी भर का गम हमे
तोहफे मैं दे देते है

चैन ओ सुकून छीन कर
वो बड़े आराम से सोते है

साथ चलने वाले मंझदार
मैं तन्हा छोड़ देते है

तुम मंजिल की बात
मत करो ए सनम

इरफान यहा तो अपने
भी साथ छोड़ जाते है

irfan...✍️

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

Suno

सुनो जान अल्फाजों
मैं सजाते है तुमको

अब इजहार ए इश्क
जरूरी है क्या

शायरी मैं लिखते है हम
तुम्हे सिर्फ अपना

अब खुले आम जाहिर करना
जरूरी है क्या

irfan...✍️

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

सुनो तो

में अपने जहन से कैसे
निकालू खयाल तेरा...

रग रग मैं उतर गए हो तुम
दिल मैं तेरा ही बसेरा...

Irfan...✍️

28.2.2024 wed 7:00 pm

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

सुनो तो...

बात नही कर सकते तो कोई बात नही

तुम शिकायत ही कर लो कोई हर्ज नहीं

Irfan...✍️

29.2.24 thurs 5:00 pm

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

सुनो तो...

अपने दिल मैं तेरा मुकाम बनाए रखा है
तुम्हे हमने अपनी जान बनाए रखा है
समझो ना

है मेरी आंखो में खुशी के आंसू,तेरी मुस्कुराहट को जीने की वजह बनाए
रखा है,समझो ना

दिल करता है पी लूं तेरे लबों का जाम,
मदहोश तेरे इश्क ने बनाए रखा है,
समझो ना

मेरी हर धड़कन देती है सदा सिर्फ तुझे,
अपनी हर धड़कनों को अमानत तेरा कर रखा है, समझो ना

तड़प जाते है हम तुम से बिछड़ कर
तुम जिंदगी हो हमारी,तुम्हे जान बनाए
रखा है,समझो ना

तुम जान हो हमारी,तुम्हारी जान में मेरी जान,तुम्हे मेने अपना जहां बनाए रखा है
समझो ना...

Irfan....✍️

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

Suno
है इश्क का शौक तो हर
हाल मैं इम्तेहान देना तुम

है हिम्मत मुश्किलों से टकराने
का तो प्यार करना तुम

इश्क की राह है बहुत कठिन
कठनाइयों से लड़ सको तो
प्यार करना तुम

प्यार की राह मैं कांटे है बिछे
कांटो की चुभन सेह पाओ
तो प्यार करना तुम

जख्म भी लगेगे दर्द भी होगा
इनमे भी अगर साथ निभा
पाओ तो प्यार करना तुम

हो सकता हैं मेरी आंखो
मैं अश्क आ जाए

हो बारिश तो मेरे आंसुओं
को पहचान लेना तुम

irfan...✍️

ओल्ड 1

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

Suno

मेरी हकीकत से खूबसूरत
कोई ख्वाब नही

बेशुमार जख्म है मोहब्बत के
लेकिन कोई इलाज नहीं

गम इतने समेटे हुए हूं के
खुशियों का एहसास नही

तन्हाई की हो गई आदत मुझे
महफिलों से कोई मतलब नहीं

इश्क ओ मोहब्बत है मर्जी
खुदा की कोई इतिफाक नही

तुम हो तुम थे तुम रहोगे हमेशा
अब मुझे और किसी की चाह नही

irfan...✍️

ओल्ड 1

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

सुनो जॉना

तेरी यादों ने छीन ली मेरी नींदें

सोता हु तो भी आते ख्वाब तेरे

तुझे बना लिया मेने अपनी जिंदगी

और बितानी है मुझे जिंदगी साथ तेरे

Irfan...✍️

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

Suno

ता उम्र जलवो मैं बसर
हो ये जरूरी तो नहीं

गम मैं गुजारी रात की
सुबह हो जरूरी तो नहीं

दर्द मैं भी बिस्तर पर
नींद आ सकती है

उनके पहलू मैं सर हो
ये जरूरी तो नहीं

उनके निगाहों से पी लूं
शराब जरूरी तो नहीं

नशा हों उनकी आंखों
का मैं बहक जाऊ जरूरी
तो नही

जख्म हो गहरे दर्द बेहिसाब
हो और तुम्हे याद करू जरूरी
तो नही

इरफान मोहब्बत करो तुम,
और वो बेवफा निकले जरूरी
तो नही

irfan...✍️

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

Suno

मेरे जज़्बात मैं
तेरे सिवा कोई नही
नमी है आंखो मैं
अब बरसात नही

दिल धड़कता है लेकिन
सीने मैं जान नही
तू बसा है दिल में मेरे और
कोई दिल का मेहमान नही

महकती थी तेरे आमद
से इरफान की महफिल
अब इस महफिल मैं
वो महक रही नही

कोशिश तो बहुत
की पाने की तुम्हे
लेकिन तेरे प्यार की
लकीर मेरे हाथो मैं नही

irfan...✍️

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

..

🩵🫧कैसे कहूं तेरे इश्क का मेरे लिए...
️⛧‌ٖٖٖٖٖٖٜٖٖٖٖ ‌⃪𝄄𝄀꯭𝄄꯭🫧𝆺꯭𝅥𝄄꯭꯭🌹 क्या मोल है...{[❤️]}✨

️⛧‌ٖٖٖٖٖٖٜٖٖٖٖ ‌⃪𝄄𝄀꯭𝄄꯭🫧𝆺꯭𝅥𝄄꯭꯭🌹मेरी उदासी का तू...🙊
पैरासिटामोल हैं...!!❤️✨

..join____/channel/All_exam_Defence_Prepration


@Racer_Fouji_0

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

Suno

पूरी रात तेरे ख्यालों मैं
करवटे बदलते रहे

अब रातों को तन्हा रहने
की आदत दाल दी हमने

थी हमेशा से बंजर सी
आंखे मेरी ए जॉना

आंखो से आंसुओं को
बहाना सिख लिया हमने

कभी देखा तक ना था
मैंने घड़ी की तरफ

तेरे इंतजार मैं घड़ी देखने
की आदत दाल दी हमने

कर बैठे इरफान भी इश्क
उनसे बेइंतेहा

इश्क करने की सजा पा
ली हमने

irfan...✍️

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

Suno

यूं तीखी निगाहों से देखा ना कर
मैं सिर्फ तुम्हारा हूं परखा ना कर

यूंही तन्हा मुझे क्यू छोड़ा जाते हो
ख्वाबों में आकर मुझे सताया ना कर

यादों मैं तेरी तड़पता रह जाऊंगा में
नजरे चुरा कर मुझ पर जुल्म ना कर

irfan...✍️

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

Suno

कुछ करम तो क्या महेरबां ने
शोर धड़कनों की सुन ली दिल
ए नादां ने

एक कली थी जो मुस्कुराने लगी
खिलाया था फूल इश्क के बागबां
ने

नूर भी मेहताब का बेनूर सा है...
जब देख लिया मुस्कुराता चांद
आसमां ने

संभाले रखना तुम दामन अपना
दामन में दाग लगाया है पासबां ने

7.3.24 thursday 1:00pm

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

Suno
तलब हो इश्क की तो
हजारों गम सहना पढ़ता
है

मुश्किल भरी राहों को
भी हमे अपनाना पढ़ता
है

गमों की आदत डाल कर
खुशियों को भूलना पढ़ता
है

जहा बात हो इश्क की तो
वहा हमे सर झुकाना पढ़ता
है

मोहब्बत समाज के
फैसलों से लड़ नही
सकती

मजबूरी मैं भी कभी हमे
बेवफा होना पढ़ता है

मुख्तसर सी जिंदगी मैं
मोहब्बत कर हमे बहुत
कुछ सहना पढ़ता है

कभी कुछ खोना पढ़ता है
कभी किसी का होना पढ़ता
है

irfan...✍️

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

सुनो जॉना

तुम ही जान तुम ही जाने जॉना हो
तुम ही मेरी दुनिया तुम ही ज़माना हो

तुम ही मेह और तुम ही मेंहखाना हो
मदहोश तेरी मोहब्बत मैं तुम इश्क का
पैमाना हो

तुम नजम ,गजल या, रूबाई हो मेरी
या मेरा किस्सा कोई पुराना हो

तुम से है हमारे इश्क का वजूद जॉना
तुम लबों पर सजा नगमा या फसाना हो

तुम पर हो हक मेरा और दिल तुम्हारा
ठिकाना हो
तू साथ तो निभा ले मेरा ओ मेरे सनम
फिर चाहे दुश्मन सारा ज़माना हो...

Irfan...✍️

3.3.24 sunday 4:50 pm

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

Suno

मेरे महबूब के आते ही
महफिल मैं जान आ गई

उसकी आमद से रोशन
महफिल की शान बढ़ गई

रुख से पर्दा हटा और होंटों
पर जुबान आ गई

बज्म मैं वो इस अदा से
नगमा सुना कर गई

के दिल हमारा वो जोर से
धड़का कर गई

इशारा नजरो से किया
मेरा कतल वो सरे आम
कर गई

irfan...✍️

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

Suno

लबों से जो कह नही सकते
वही बात लिखते है

हम मोहब्बत की कलम से
अपने जज़्बात लिखते है

शायरी मैं हम जॉना सिर्फ
तेरा नाम लिखते है

मुझे क्या गर्ज दुनिया की
हम तुम्हे सुबह ओ शाम
लिखते है

हमे शायर क्यू कहते हो
यारो हम तो बस अपने
खयालात लिखते है

irfan...✍️

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

सुनो तो...

चलो आज हम अपनी
अहमियत बताते है....

जिस तरह तुम पेश आते
हो वैसे हम पेश आते है

Irfan...✍️

29.2.24 thurs 2;00pm

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

सुनो तो

आपसी रंजिश मैं लफ्जो
की कदर नही होती

मतलबी होते है वो उन्हें
किसी की फिकर नही होती

Irfan...✍️ P

29.2.24.thurs 10:50 Am

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

Suno

तुझे क्या पता मुझ पर क्या गुजरी है

तू मेरी जरूरत नही मेरे लिए जरूरी है

Irfan...✍️

27.2.24 Tue 5:00 pm

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

Suno

शरारत पर जो तुम उतर आते हो
ये कैसी चाहत पर उतर आते हो

कुछ लम्हे मुझे देने से कतराते हो
अपने मुताबिक तुम नजर आते हो

गलती तुम्हारी नाराजगी जताते हो
कभी कभी रातों को तड़पाते हो

दिल क्या दे दिया इरफान ने अपना
तुम तो हुकूमत पर उतर आते हो

irfan...✍️

ओल्ड 1 ❤️

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कलम से अल्फाज(दर्द भरी शायरी❤️‍🩹)

Suno

हर कोई हो जाए बेवफा
जरूरी तो नहीं

वो भी मुझसे वफा करे
जरूरी तो नहीं

मोहब्बत की राह मैं रंज
ओ गम के साए है

मोहब्बत मैं खुशी मिल जाए
जरूरी तो नहीं

कीमत चुकानी पढ़ती है
इश्क में अक्सर

इश्क ही इश्क की कीमत
हो जरूरी तो नहीं

जो चल रहा है साथ मेरे
हमनवा बन कर

मोहब्बत मैं वो साथ निभाए
जरूरी तो नहीं

हम बिछड़ भी जाए तो
क्या होगा इरफान

मोहब्बत मैं कोई फना हो
जाए जरूरी तो नहीं

irfan...✍️

Old 1

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