❝ѶɘɘRe❞
❛❛Log बनाते Gaye or Hum बनते Gaye,
Kabhi मजाक, Kabhi तमाशा or Kabhi खिलौना।❜❜
Ki uski ankho me kuch jadu tha ,
Yuhi me kisi chij ko bar bar niharta nahi hu 😍
✍ Dashanan ravan
Suno
लगा लेना अपनी
आंखो मैं काजल जरा
ख्वाब बनकर दाखिल
होने का इरादा है मेरा
चूम लेना अपने लबों
को मेरे लबों से जरा
सांसों मै खुशबू बनकर
महेकना है काम मेरा
समेट लेना अपनी
बाहों में तुम मुझे जरा
तेरी बाहों मै बिखर जाने
का इरादा हैं मेरा
कैद कर लेना अपनी
जुल्फो मैं मुझे तुम
कैदी बन कर साथ
निभाने का इरादा है मेरा
irfan...✍️
हमने सहना सिख लिया...कुछ न कहना सिख लिया...🦋✨
बोलेंगे तो बात बिगड़ जाएगी...इसलिए हमने चुप रहना सिख लिया।।💗💗@HARISH_NH143
Suno
तेरी बंदगी से बढ़कर
कुछ भी नही जहां मैं
इश्क मैं भूल गए है फर्क
मेहबूब और खुदा मैं
सारा वक्त लिए बैठे है
मेहबूब को मनाने मैं
लेकिन वक्त कहा है इनके
पास खुदा को मनाने मैं
वक्त बुरा हो खुदा को याद
करते है
कोई कसर नही छोड़ते है
ये लोगो को रुलाने में
कैसे मानेगा खुदा लगे है
खुदा को मनाने में
irfan...✍️
सुनो तो
आज इंतजार का भी हमने मज़ा चखा है
सब्र क्या होता है ये आज पता चला है
11.4.2024 thursday 6:35pm
Suno
जब वो बहाने करता है
और भी हसीन लगता है
फूल है बड़ा कोमल वो
लेकिन मेरे जिगर में चुभता है
Irfan...✍️
11.4.24 thur 3:5 pm
Suno
एक मुलाकात ऐसी होती
के तुम्हारी रूह मैं उतार जाते
साथ होते तुम्हारे हम और
किसी को नजर ना आते
मोहब्बत के नशे मैं हम
तुम्हारी इतना बहक जाते
होश मैं भी आना चाहे तो
होश मैं ना आ पाते
इतनी करते मोहब्बत तुमसे
के तुम्हारी बाहों मै बिखर
जाते
irfan...✍️/channel/SSCExam_Defence_Prepration
Aaj bhot din baad kuch likhne ja rha hu ,
Apni hi haari hui zindagi se kuch shikhne ja rha hu,
Gumshuda sa ho gaya tha iss zindagi ki bheed mein
Gumshuda sa ho gaya tha iss zindagi ki bheed mein
Kuch badlav krke khud par yun ab fir duniya ko dikhne ja rha hu .
#noob_writer
Suno
मोहब्बत की राह में भटक गए थे
मंजिल थी सामने रास्ता भूल गए थे
दरबदर तलाश मैं जिसकी भटक रहे थे
वो मिलने आए हमे हमारे शहर मैं थे
पहली मुलाकात मैं ऐसा तिलिस्म चलाया
दिल उसका था और धड़क हम रहे थे
मोहब्बत का ताल्लुक भी अजीब होता है
सिसक रहा था वो और हम रो रहे थे
irfan...✍️
Suno
मेरी मेहबूब है गुलाब की तरह
मुझ में महक बस उसी की है
मैं हूं जिस्म वो जान मेरी
जैसे ये ज़िंदगी उसी की है...
वो कहीं आस-पास है मौजूद
मुझ मैं मौजूदगी उसी की है
कोई कमी तो ना थी मुझ मैं
लेकिन बस कमी उसी की है
बिना जॉना के नही मैं कुछ भी
मेरी जिंदगी भी उसी की है
irfan...✍️
Suno
मैं हूं अंधेरी रात चांदनी तू मेरी है
खाक होता परवाना तू शमा मेरी है
मैं अधूरा सा ख्वाब तू नींद मेरी पूरी है
मेरी हर ख़ुशी मैं हर बात तेरी हैं
जिस बात मैं ना हो जिक्र तेरा वो
बात अधूरी है
मेरी हर साँसों में छुपी महकती
साँस तेरी हैं
दो पल भी नही रह सकते तेरे बिन
मेरी सारी जिंदगी अब तेरी है
धड़कनों की धड़कती हर आवाज तेरी हैं
तेरी हर धड़कन से आती हैं सदा उसमे पहचान मेरी है
मेरे ये बिखरे हुए अल्फाजो मैं दास्तान तेरी है
जॉना मैं तेरा आशिक हु और तू जान मेरी है
irfan...✍️
Jine ki ek nayi umid laya hu ,
Ao betho pas me khali gilas or botle laya hu
✍🏻 Dashanan ravan
Anyone join?🤔🤔🤔😅
❝ѶɘɘRɐ😎😋😜❞
❛❛उम्र मेरी भी तुझ को लग जाए,
जुदाई क्या है तुझे पता तो चले।❜❜
@preeti verma
sᴜɴᴏ
कोई कसर ना रखी थी मैने
तुम्हे अपना बनाने मैं
एक तुम ही थे जो लगे थे
मुझे आजमाने मैं
मैने तो बचाना था तुम्हे दुनिया
की गंदी निगाहों से
तुमने तो सवालों के खंजर ही
उतार दिए मेरे सीने मैं
कसूर नही था मेरा फिर भी
कसूरवार ठहराया
क्या यही भरोसे का पैमाना
था तेरी मोहब्बत मैं
वो कहती है बहुत मोहब्बत
करती हु तुमसे
तुम्हे तो फुर्सत ही नहीं लौट
आओ आशियाने मैं
इरफान तो करता रहा इंतजार
उसका मोहब्बत की राहों मैं
उसने मोहब्बत ही छोड़ दी थी
गुजरे ज़माने मैं
irfan...✍️
sᴜɴᴏ
उसकी मोहब्बत मैं
दिल परेशान तो होगा
वहा करेगा वो रोशन
महफिल यहां दिल जला होगा
irfan...✍️
sᴜɴᴏ
सबसे यूं मिला जैसे दिल
मैं कोई दर्द नही
जख्म थे बेहिसाब और
मरहम लगाने वाला कोई नही
irfan...✍️
Suno
खैर तुम कैसे हो अब क्या हालात है
दीदार हुए उसके या अधूरी मुलाकात
है
Irfan...✍️
12,4,24 friday 8:30pm
Suno
देखा है जिंदगी को इतने करीब से
तमाम चेहरे लगने लगे है अजीब से
क्या शिकवा शिकायत करे गैरो से
यहा अपने ही वार करते है नसीब से
दागदार करते है औरत की इज्जत
बड़ी शान से
क्यू भूल जाते है वो भी जन्मे है
एक मां से
रिश्ते निभाने को जो सोचते है अक्सर
तन्हा रह जाते है वो जो ज़ात पात
के नाम से
जरुरी नही हर रिश्ते बने खून से
ए इरफान
निभाए जाते है रिश्ते यहां
अच्छे किरदार से
irfan...✍️
Suno
कलयुग का है जमाना ये
हर किसी से डर लगता है
इंसान को जानवरो से नही
हर इंसानों से डर लगता है
मेरे शहर मैं कुछ मुफलिस
है ऐसे
जिनको दिन के उजालों से
डर लगता है
फखर करते है जो मां बाप
अपने बेटो पर
वही मां बाप को अपने बेटो
से डर लगता है
अरे बेटियो को पराया धन
कहने वालो
यही बेटियो से रोशन तुम्हारा
खानदान लगता है
irfan...✍️
Suno
नजर हो नजरिया हो या हो
इबादत सब कुछ बदल जाता है
जब आता है पैसा तो इंसान
बदल जाता है
irfan...✍️
Suno
सफर था मोहब्बत का
तोहफा जुदाई का लाया हु
मैं मुलाकातों का एक
सफर करके लौटा आया हु
सोचा ख्वाबों मैं मुलाकात हो
मैं नींदों से जंग कर आया हु
हर चेहरे मैं उसका अक्स दिखता है
उसकी खुशबू से मिलता गुलाब
लाया हु
मेरे सामने थामे थी गैर का हाथ
मैं अपना हाथ काट लाया हु
कयामत सा मंजर था मेरे लिए
मैं अपनी जान वहा और जिस्म
यहाँ ले आया हु
irfan...✍️
Suno
ये माना के अस्तीन मैं सांपों को पाल रखा है
पूजा भी की है और नागपंचमी मैं दूध भी पिला रखा है
Irfan...✍️
Suno
दिल भी लगाया मैने उससे
दिल्लगी की हद्द भी पार की है
हर दिल अजीज की चाहत से
भी ज्यादा चाहत उसपर वार दी है
जख्म देते है वो हमेशा हमे
और वो सीतमगर भी तो नही है
खैरियत नहीं पूछता मैं उसकी
मगर हमेशा उनकी ख़बर रखते हैं
उसने भी देखा है कि हम अक्सर
उन पर ही अपनी नज़र रखते हैं
irfan...✍️