कुछ नमाजी ohh sorry समाजी😊 जो कह रहे है वह 1st Image में देख लो।
अब आते है वेद पर।
जब उपनयन होता है तब से ब्रह्मचर्य आश्रम का आरंभ होता है। और वेद अध्ययन ब्रह्मचर्य आश्रम से ही कीया जाता है।
और उपनिषद अंतिम भाग संन्यस आश्रम का हीस्सा है। जीस को शिरोभाग मानते है।
अब शंकराचार्य को वेद में गती नही थी इस प्रकार का प्रलाप करते है। वह सत्यार्थ प्रकाश भी पढे हे या नही उसका पता नही।
समाजीओ के संस्थापक मुल शंकर जी स्वयम आदी शंकराचार्य के वेदज्ञ होने की दुहाई दे रहे है। वेद स्थापना करने वाला मंडन करने वाला बता रहे है। image 2-3 देखो
(प्रतित होता है की समाजीओ की आस्था उन्ही के संस्थापक मुल शंकर जी के प्रति गीर रही है)
भगवान आदी शंकराचार्य को वेद में गती नही थी तो उन के द्वारा कीस प्रकार वेद का मंडन और वेद मत की स्थापना हुई?
अब प्रमाण देखना ही है तो देखो कुछ विष्णु सहस्रनाम भाष्य के है और कुछ उपनिषद भाष्य के और गीत आदी से है।
@Shastra_ManthanЧитать полностью…
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पुस्तक का नाम ➦ श्रीमद् देवी भागवत महापुराण ( प्रथम खण्ड - स्कन्ध १ से ६ )
प्रकाशक ➛ गीताप्रेस, गोरखपुर
पुस्तक की भाषा ➛ हिन्दी, संस्कृत
पुस्तक में पृष्ठ ➛ 889
Pdf size ➛ 47 MB
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विदुर नीति
चिकिर्षितं विप्रकं च यस्य नान्ये जनाः कर्म जानन्ति किञ्चित्। मात्रे गुप्ते सम्यग्नुष्ठिते च नलपोऽप्यस्य च्यवते कश्चिदर्थ। ॥124॥
यः सर्वभूतप्रशमे निविष्टः सत्यो मृदुर्मानकृच्छुद्धभावः। अतिव स ज्ञायते ज्ञातिमध्ये महामनिर्जात्य इव प्रसन्नः ॥125॥
य आत्मनाऽपत्रपते भृशं नरः स सर्वलोकस्य गुरुर्भवत्युत। अनंततेजाः सुमनाः समाहितः स तेजसा सूर्य इवावभासते। ॥126॥
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पुस्तक का नाम ➦ श्रीमद् देवी भागवत महापुराण ( द्वितीय खण्ड - स्कन्ध ७ से १२ ) { अंतिम खण्ड }
प्रकाशक ➛ गीताप्रेस, गोरखपुर
पुस्तक की भाषा ➛ हिन्दी, संस्कृत
पुस्तक में पृष्ठ ➛ 873
Pdf size ➛ 46 MB
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नमो नारायण:🙏
कांस्य पदक जीतने मे सफल मनु भाकर जी को विजयाभिनंदन💐💐💐
कुछ समाजी विचार धाराके लोग मनु भाकर
आर्य समाजी होने का प्रमाण पत्र देने में लगे है।
तो इस विडीओ को देखकर क्या कहेंगे?
याहा मूर्ति पुजा करना समाजी सिद्धांत है?
कीसी की सफल ता देख उसे आपने मत में शामिल करने की लालसा प्रत्यक्ष दीखती है।
हस्यास्पद है! की इसी प्रकार पाकिस्तानी जीतते है तो वह कहते है "Allah is the best planar"🤣
अल्ला ने जीताया🤣
इस बातका स्वाभिमान अवश्य है की वह भी हमारे सनातन धर्म से जुडी है। हर घर में जो सनातन धर्म परंपरा चल रही है; उसका पालन करते हमे वह दिख रही है।
कृपया भेद करना बंद करे यह हमारा और यह तुम्हारा।
कोई सनातन धर्मी (पौराणिक पक्ष) यह नही कहता की सचिन तेंदुलकर, रोहीत शर्मा etc.. (मुर्ति पुजक) सफल हुए (world cup) जीते और नाही विचार धारा अनुसार ढिंडोरा पीटते।
नारायण नारायण!!