मुख़्तसर मुलाक़ातों का सिलसिला चलता रहा रात दिन,
जब इश्क़ पैमाने पे चढ़ा कमबख़्त किसी और को मुकम्मल हुआ
बहुत "सम्भाल" के लिखना पड़ता है "जहन- ए -जज्बात" को,
वरना "स्याही" पे नही, "गहराई" पे "सवाल" होता है..!
दिल करता है तुमसे लिपट कर तुम्हे बताऊ
कितना दर्द होता है तुमसे दूर रहकर जीने में ❤️🩹🥺
#Jindgi..💞🥺
चेहरों के लिए आईने क़ुर्बान किये हैं ,,.,
इस शौक में अपने बड़े नुकसान किये हैं ,.,
महफ़िल में मुझे गालियां देकर है बहोत खुश ,
जिस शक्श पे मैंने बड़े बड़े एहसान किये हैं ,.,!!
Hello, S RK
❣️❣️❣️
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Regards. 🌹
22/09/2024 09:33:42
मुझे वस्ल से ज़्यादा है अज़ीज़ हिज्र तेरा.!
मेरा दिल ये चाहता है कि तू मुझसे रूठ जाए.!
हमारी वफ़ादारी उन्हें समझ नहीं आएगी अभी
गुरूर में बैठे है अभी वो की उन्हें चाहने वाले बहुत है...
ऐ जिंदगी ..🌸
दुनिया का सबसे छोटा मुल्क मेरा ' दिल ' है
जिसकी टोटल आबादी ' सिर्फ तुम ' हो ! ❤️🩹
#Jindgi..💓😌
मेरी "बदतमीजियां" तो "जग" ज़ाहिर है,"लेकिन",
तुम्हारी "शराफत" के "निशां" क्यों नही "मिलते"..!
कभी महसूस कीजिए तपिश लफ्ज़ों की जनाब..
लिखते नहीं हम दर्द फकत वाह, वाह, के वास्ते..
तेरी मर्जी से ढल जाऊं हर बार ये मुमकिन नहीं,
मेरा भी खुद का वजूद है में कोई आइना नही.!
ईज़ा-दही की दाद जो पाता रहा हूँ मैं
हर नाज़-आफ़रीं को सताता रहा हूँ मैं
ऐ ख़ुश-ख़िराम पाँव के छाले तो गिन ज़रा
तुझ को कहाँ कहाँ न फिराता रहा हूँ मैं
जॉन एलिया
कब आओगी तुम मुझसे मिलने ... ऐ जिंदगी 🫂
मुझे तुम्हारी गोद में सर रख कर दिल की बात करनी है ❤️😍
#Jindgi..❤️😘
Kabhi to aasmaan se chaand utre jaam ho jaaye
Tumhaare naam ki ik khoobsurat shaam ho jaaye
अब के हम बिछड़े तो सयाद कभी ख्वाबो में मिले,,
जिस तरह सूखे हुए फूल किताबो में मिले!!
सुनिये...
आबाद रहेंगे वीराने शादाब रहेंगी ज़ंजीरें
जब तक दीवाने ज़िंदा हैं फूलेंगी फलेंगी ज़ंजीरें
आज़ादी का दरवाज़ा भी ख़ुद ही खोलेंगी ज़ंजीरें
टुकड़े टुकड़े हो जाएँगी जब हद से बढ़ेंगी ज़ंजीरें
जब सब के लब सिल जाएँगे हाथों से क़लम छिन जाएँगे
बातिल से लोहा लेने का एलान करेंगी ज़ंजीरें
अंधों बहरों की नगरी में यूँ कौन तवज्जोह करता है
माहौल सुनेगा देखेगा जिस वक़्त बजेंगी ज़ंजीरें
जो ज़ंजीरों से बाहर हैं आज़ाद उन्हें भी मत समझो
जब हाथ कटेंगे ज़ालिम के उस वक़्त कटेंगी ज़ंजीरें
हफ़ीज़ मेरठीЧитать полностью…
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09/09/2024 14:32:19
कभी शिद्दत से गर्मी, कभी बारिश की फुहारें ,
ये सितंबर का महीना , समझ से बाहर है ...
🚣
मैं फिर निकालूंगा तेरी तलाश में 'ऐ जिंदगी '
दुआ करना इस बार किसी से ' इश्क ' ना हो !
#Jindgi..🦋❣️