Suno
अश्क भी बह गए है सारे
जख्म खुले रह गए है सारे
लाइलाज इश्क की दवा नही
लोग पुराने कह गए है सारे
Irfan...✍️
9/6/24 sunday 12:30pm
sᴜɴᴏ
मोहब्बत के खजाने की नीलामी
से जवाब नही आते
बेवफा पत्थरों के रोने से जिंदगी
मैं सैलाब नही आते
दफन हो कर रह जाती है उनकी
मोहब्बत भी यारो
जिनको ज़माने के सारे हिसाब
किताब नही आते
कहा खिलते है फूल मोहब्बत
के इस ज़माने में
यहां किसी माली को अब फूल
खिलाने नही आते
irfan...✍️
ਖਾ ਖਾ ਠੋਕਰਾਂ ਬੰਦਾ ਸਿੱਖ ਲੈਂਦਾ ਐ, ਜਦੋਂ ਨਾ ਹੋਵੇ ਕੋਈ ਸੁਣਨ ਨੂੰ ਫ਼ਿਰ ਬੰਦਾ ਲਿੱਖ ਲੈਂਦਾ ਐ...
Читать полностью…😊
मंज़िलों की चाह छोड़ कर
हम रास्तों से भी मुकर गएँ
जो रिश्ते न निभा सके
वो दिल से भी उतर गएँ
🙂💔
ਇੱਕ ਮੁਸ਼ਕਿਲ ਏ, ਹੱਲ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦੀ ।
ਉਹਦੇ ਅੱਗੇ ਗੱਲ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦੀ ।
ਉਹਨੂੰ ਮੇਰੇ ਨਾਲ ਮਹੋਬਤ ?
ਅੱਜ ਹੁੰਦੀ ਏ, ਕੱਲ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦੀ....।
ਸੱਚ ਪੁੱਛੇ ਤੇ ਮੈਂ ਮਾੜਾ ਵਾ...!
ਦੁਨੀਆ ਮਾੜੇ ਵੱਲ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦੀ ।
Hello, Md Moin 1400
❣️❣️❣️
Welcome to Shayari Group ❤️
Thank You ❤️ for joining.
Please go through the Group Rules in Pinned Message.
Regards. 🌹
04/06/2024 21:02:56
सुनो
जरूरी नहीं हर जुल्म ओ सितम
सेह कर जिया जाए
कभी उठाए औजार तो कभी कलम
से जवाब दिया जाए
Irfan...✍️
sᴜɴᴏ
जमीन महंगी हो गई और
लोग दिल मैं जगह देते
नही है
आशियाना बनाए भी तो
कहा जब अपने ही साथ
देते नही है
irfan...✍️
sᴜɴᴏ
भूल जाने मैं अगर कोई कसर रखते है
छुपके छुपके ही उन पर नजर रखते है
ले जाते है वो तशरीफ किसी महफिल मैं
हम दिल से उनका इस्तकबाल करते है
मुंह फेर भी ले वो तो हमे गम नहीं होता
उनकी एक झलक के लिए हम तरसते है
ज़माना बगावत पर उतर आए तो गम नही
साथ हो उनका तो बगावत से कहा डरते है
irfan...✍️
Suno
जब इकरार ए मोहब्बत
आंखो से बयान होता है
तब जुबान बेजुबान और
दिल बेकाबू होता है
irfan...✍️
सुनो
में खुली किताब सा वो मुझे पढ़
ना सका
गलतियां तब की उसने जब वो मुझे
समझ ना सका
Irfan...✍️
sᴜɴᴏ
मिटाओगे कहा तक मेरी
यादों को मेरी बातो को
जॉना
मैं हर मोड़ पर अपने
लफ्जो की याद छोड़
जाऊंगा जाना
जब भी पढ़ोगी मेरी कोई
नजम तुम
तुम्हारी खुस्क आंखों मै
अश्को का समंदर छोड़
जाऊंगा
जब भी आयेगा तुम्हे मेरा
खयाल तेरे ख्यालों मैं अपना
खयाल छोड़ जाऊंगा
भूलना चाहोगी तुम चेहरा मेरा
तेज कोहरे मैं भी अपना चेहरा
छोड़ जाऊंगा
अगर आजाये तुम्हे नींद सुकून
की तेरे ख्वाबों मैं भी अपना
दीदार दे जाऊंगा
मिटाओगे कहा तक मेरी
यादों को मेरी बातो को
जॉना
मैं तुम्हारे वजूद मैं अपने
वजूद को छोड़ जाऊंगा
जब भी करोगी तुम बात
किसी और से मैं तुम्हारे
अल्फाजों मैं अपने अल्फाज
छोड़ जाऊंगा
irfan...✍️
sᴜɴᴏ
हमारी मोहब्बत की
अफवाह जो आम हो
रहे है
हर शहर हर महफिल
जो सुनाई दे रहे है
लो आज हम इजहार ए
मोहब्बत कर रहे है
जॉना यकीन अपनी
मोहब्बत का दिला रहे है
irfan...✍️
sᴜɴᴏ
खुश नसीब होते है जिस
पर हमारा दिल आता है
नही तो मुद्दतो गुजर जाती है
उन्हें खयाल नही आता है
irfan...✍️
सुनो तो
दिए जख्म जिस्मो पर रह गए
सारे गम हस्ते हस्ते हम सह गए
मुस्कुराहट ही रखी चेहरे पर हमने
और अश्क थे जो आंखो से बह गए
Irfan...✍️
9/6/24 sunday 10:30 Am
sᴜɴᴏ
तकदीर को कुछ इस
तरह चाहा है मैने
जो नही था तकदीर मैं
उसे भी अपनाया मैने
ख्वाब मोहब्बत के बे
शुमार देखे थे मैने
लेकिन जख्मों को अपना
हमराह बनाया मैने
खुशियां तो थी मेहमान
के मानिंद मेरी जिंदगी मैं
अक्सर गमों से रिश्ता
निभाया है मैने
थी बेवफाई के तराजू मैं
मेरी मोहब्बत हल्की बहुत
फिर भी अपनी मोहब्बत
को रुसवा नही क्या मेने
irfan...✍️
सुनो तो
जिंदगी जैसे सज़ा बन गई हो
तुम जीने की वजह बन गई हो
छुपाते हो हाल दिल का सब से
और हमारी तो राज़दार बन गई हो
यूं तो तेरा मिलना इत्तेफाक ही था
तू है की खुदा की रज़ा बन गई है
Irfan...✍️
7/6/24 friday 5:55 pm
तुम्हारे बगैर भी जीना कोई जीना है क्या 💓😌
किसी का दर्द नहीं दिखता पत्थर का सीना है क्या 🖤
कोई नफ़रत करता है मुझसे, 💞
किसी के दिल को रोज़ याद आता हूँ मैं 😌
हर दिन सोचता हूं मैं के भूल जाउ तुम्हें 👀
अफसोस के, हर रात ये बात भूल जाता हूं में 💕🥺
#Jindgi..💞😒
Suno
अपनी जरूरत पर जो पूछा तबियत ए हाल बीमार का
खुश है वो आज बहुत क रके खून मेरे
ही एतबार का
Irfan...✍️
Suno
अलील है तबियत फिर
भी साथ निभाना जानती है,
वो थाम कर हाथ मेरा
मंजिल तक पहुंचना जानती है,,
Irfan...✍️
sᴜɴᴏ
दिल की आरजू है परवाज
कर लू आसमान की तरफ
ये जमीन वालो से मेरा
मिजाज नही मिलता
मिल जाते है राह मैं
कुछ हम राह मगर
इन हमराहो मैं कोई मेरा
हम राह नही मिलता
सबको फिकर है अपनी
मंजिल की
एक मुझे अपनी मंजिल
का रास्ता नही मिलता
irfan...✍️
Good night 🙏
sᴜɴᴏ
मेरी जान मै ये नही
कहता के मुझसे वफा
कीजिए
आइए मुझ से दिल
लगाइए और तबाह
कीजिए
irfan...✍️
Suno
हो गई मुझसे गलतियां मुझे माफ करना
आंसुओं की नही बनना वजह मुझे माफ
करना
में जानता हु दिल दुखाया है मेने तेरा
नही मिलेगा शिकायत का मौका मुझे
माफ करना
तेरी खुशी में खुश रहेंगे अब मेरे सनम
हो गई मुझ से खता मेरे यार मुझे माफ
करना
भूल जाता हु तेरी भी अपनी जिंदगी है
कैद परिंदे को आजाद होने से रोका मुझे
माफ करना
Irfan...✍️
sᴜɴᴏ
ये बेचैनी ये बेकरारी ये गम
ये तन्हाई कोई बीमारी तो
नही
मोहब्बत हुई है तुम्हे ये
मर्ज ला इलाज है इसका
कोई इलाज नही
irfan...✍️
Suno
एक रोज वो मेरे रूबरू इतने थे
मेरे लबों से नजदीक लब उसके थे
तेजी से दिल वो धड़काया करते थे
मेरी रूह भी महका दिया करते थे
जाल उनके जुल्फो के कुछ ऐसे थे
जिनमैं हम कैद हुआ करते थे
irfan...✍️