उलझे हुए हैं कब से
इसी एक सवाल में...!
आते हैं हम भी क्या...
कभी तेरे ख़्याल में ..❤️
जिद मैं छोड़ सकता हूँ,
पर लत तेरी छोड़ दूं कैसे..
आपको चाहना आदत बन गई है मेरी,
ये सिलसिला तोड़ दूं कैसे..
#GoodMorning❤️
तुम्हारे पास हूँ लेकिन जो दूरी है, समझता हूँ,
तुम्हारे बिन मेरी हस्ती अधूरी है, समझता हूँ,
तुम्हें मैं भूल जाऊँगा ये मुमकिन है नहीं, लेकिन
तुम्हीं को भूलना सबसे ज़रूरी है,समझता हूँ...!”❤️
~कुमार विश्वास
आधा खाली मैं हमेशा से
आधा मुझे तुम भर दो ना
हर वक़्त ख्वाबों में रहती हो
हकीकत में पूरा कर दो ना।।
#GoodMorning❤️
वो महज़ काम के वक़्त ही मुझे याद करता है ,
मालूम है उसे भी मैं बड़े काम का आदमी हूँ ।
सब कुछ बताने का दिल करता है
दिल याद भी उसे हर पल करता है
काश कि ‘वो और मैं’ हो जाए ‘हम’
ख्याल यही जीना मुश्किल करता है ।
सपना है इन आँखो में नींद कही और हैं,
दिल तो हैं जिस्म में पर धङकन कही और हैं,
कैसे बयां करें हम अपना हाल-ऐ-दिल,
जी तो रहे हैं मगर हमारी जिन्दगी कही और हैं।
#GoodMorning❤️
तेरी तस्वीर,तेरा ख्याल,तेरी याद और तेरे ख्वाब…
सामान सब तेरा ही मिलेगा तुझे मेरे ग़रीब खाने में.......!!
हमारे प्यार की तुमको कहानी याद आयेगी,
मिले दरिया जो सागर से रवानी याद आयेगी..!!
कभी तुमने दिया हमको कभी हमने दिया तुमको,
पलटकर देख लेना वो निशानी याद आयेगी..!!
#GoodMorning❤️
उसको दरिया किया और उसका किनारा हुआ मैं ,
और फिर कट के उसी दरिया का धारा हुआ मैं ,
जागते जागते इक रात गुज़ारी मैं ने ,
फिर उसी रात के आंचल का सितारा हुआ मैं ।
- शकील आज़मी
जब ख़यालों में दबे पाँव वो आते हैं
वो मुलाक़ात भी मुलाक़ात हुआ करती है
उसकी ख़ामोशी तूफ़ाँ का पता देती है
उसकी हर बात में इक बात हुआ करती है
ये भी है मोहब्बत में मेरी शायरी का अंदाज़
लब नहीं खुलते मगर बात हुआ करती है...
मैं हूं कलमकार, देख लीजिए
लफ्जो से मेरा किरदार, देख लीजिए
जाने से मैं आपको नही रोकूंगा लेकिन
इन आंखों में बस एक बार, देख लीजिए
आप आओ या ना आओ, वो आपकी मर्जी है
मै कर रहा हूं इंतजार,देख लीजिए
आपने मुझसे मोहब्बत तो कर ली है
बाद में आप मुझे बर्बाद करे या इनकार,देख लीजिए।
वो रोज़ मेरी दिल की दहलीज़ पर आता हैं,
चुपके से रोज़ मुझे सताता है,
करता नहीं इक़रार ज़बा से मगर,
हम जानते है वो हमे ही चाहता हैं!!
जीने वालों से पूछिए जीने में मशक्कत क्या है ,
बेवफाओं से पूछिए वफ़ा में दिक्कत क्या है ...
मत कहिए हाल-ए-दिल महफिलों में ...
तन्हा लोगों से पूछिए साज़िश-ए-उल्फ़त क्या है ..!!
तुम्हारे हमारे दरमियान ख़ामोशी है,
मगर इश्क़ का ख़ुमार रहता है,
अल्फ़ाजों में बेशक हैं फ़ासले मगर,
नज़रों में बेहद प्यार रहता है।
#GoodMorning❤️
भुला नही पा रहा जबसे तुझे लिखने लगा हूँ,
माँ ठीक कहती है लिखने से देर तक याद रहता है..!!
गजल में इश्क लिखते है,
तो चाहत साँस लेती है...
हमारी धड़कनो में खुद आपकी
मुहब्बत साँस लेती है।
#GoodMorning❤️
आँखों में उनकी उतरना हमें भी आता है!
अगर डूब जाएं तो उभरना हमें भी आता है!
उनसे कहना कि बहुत इंतजार ना कराएं हमें !
नहीं तो हद से गुज़रना भी हमें आता है!
उनकी बाहों का सहारा गर ना मिले तो!
उनकी यादों पे बिखरना हमें भी आता है!
बहाने बहाने से आपकी बात किया करते हैं ,
हर पाल ख्यालों में आपसे मुलाक़ात किया करते हैं ,
इतनी बार तो आप साँस भी ना लेते होंगे ,
जितनी बार हम आपको याद किया करते हैं ।
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मैं हकीकत लिखूं या फसाना लिखूं,
उसको ना देखने का बहाना लिखूं,
बेतहाशा अगर है मोहब्बत उसे ,
नाम उसके मैं एक जिंदगानी लिखूं।
#GoodMorning❤️
मेरा न होकर भी,
मेरे हिस्से मे बेहिसाब क्यूँ आया है,
नज़रों से मेरी दूर रहने वाले,
बता मेरे इतने क़रीब क्यूँ आया है,
महसूस तुझे बग़ैर स्पर्श के किया है मैंने,
ख़ुश्बू बन ज़हन में मेरे तू क्यूँ समाया है,
न पूछा तूने,
न कभी बताया,
बिना मेरी इजाज़त के,
ख़यालों में मेरे तू क्यूँ आया है।
सपना है इन आंखों में,
नींद कहीं और हैं,
दिल तो हैं जिस्म में,
धड़कन कहीं और हैं,
कैसे बंया करें हम,
अपना हाल_ए_दिल,
जी तो रहे हैं मगर मेरी,
जिंदगी कहीं और हैं..
#GoodMorning❤️ #HappySunday☺️
चाहतों की सारे हदें तुम पर ही खत्म चाहता हूँ,
तुम्हारे बाद अब मैं कोई इश्क़ नहीं चाहता हूँ।
#GoodMorning❤️
फ़र्क पड़ता है तेरे न होने से,
फ़र्क पड़ता है तुझे खोने से
फ़र्क पड़ता है तेरे पास होने से
फ़र्क पड़ता है तुझे सोच रोने से
फ़र्क पड़ता है तेरी नज़दीकियों से
फ़र्क पड़ता है तेरी दूरियों से
फ़र्क पड़ता है तेरी गलतियों से
फ़र्क पड़ता है उठती उंगलियों से
फ़र्क नहीं पड़ता ज़माने की बंदिशो से
फ़र्क पड़ता है सिर्फ तेरी खुशियों से ।
#GoodMorning❤️