इश्क में सुकून कहाँ सिर्फ बेकरारी ही बेकरारी है,
हिस्से में कभी हमारे तो कभी तुम्हारी बारी है !!!
#GoodMorning❤️
#HappySunday
वो कुछ भी कहे सलीके से सबकुछ सुन लेता हूं,
हर ख़्वाब जिंदगी के उसके साथ ही बुन लेता हूं,
पास है इस दिल के बहुत पर उसकी हां बाकी है,
फिर भी उसकी हर बात बड़ी शिद्दत से सुन लेता हूं.!
कागज़ है कलम है और लबों पे तेरा नाम है ,
हां तुम को बयां करने का पूरा इंतजाम हैं ।।
जरूरत के हिसाब से इस्तेमाल हुए हैं,
हम यूँ ही नहीं शायर तैयार हुए हैं,
निकला जब तक मुनाफा तब तक चले साथ सभी,
धीरे धीरे यूँ ही हम बर्बाद हुए हैं ।
किसी को जानना हो कहां रहता हूं मैं,
उसे देखे उसकी आंखों में दिखता हूं मैं,
माना के वक़्त का पाबंद नहीं हूं
पर जब भी तुमसे मिलने आऊं
वक़्त से पहले पहुंचता हूं मैं,
मैं तुझ से रूठ भी जाऊं तो रूठ कर कहां जाऊंगा,
एक तू ही तो वो शख्स है जिसे घर समझता हूं मैं,
बात अगर तुम्हारी हो तो ज़मीं पे तिनके सा हूं,
अपनी अनां में वैसे तो पर्वत से ऊंचा दिखता हूं मैं,
सोचता हूं अब उसे भुला दूंगा
यह सोच सोच कर हमेशा उसे याद करता रहता हूं मैं,
ज़िक्र जब उसका होता है तो मेरी आंखों में चमक आ जाती है,
सब मेरे चेहरे से जान जाते हैं उसका क्या लगता हूं मैं।
पहली बार मुहब्बत में तो सब हारा करते हैं,
मुहब्बत अच्छी चीज है चल दोबारा करते हैं,
करे जो बर्बाद वो मुहब्बत हो ही नहीं सकती,
इसमें तो लोग एक-दूजे को संवारा करते हैं।
अब तो इश्क भी हम दोनों पर तरस नहीं खाता,
वो पंजाब नहीं आती मैं उसके शहर नहीं जाता !!
कभी शिद्दत से गर्मी, कभी बारिश की फुहारें ,
ये सितंबर, ये मोहब्बत, समझ से बाहर है हमारे ।।
तेरे इश्क़ की कहानी का पहला किरदार हूँ मैं,
तेरी कश्ती को पार लगाऊँगा ऐसी पतवार हूँ मैं,
मुझे समझने में तुम कोई जल्दीबाजी ना करना,
फ़ुर्सत में तुम्हें सुकून दूँगा ऐसा इतवार हूँ मैं।
तेरे ही किस्से
तेरी कहानियाँ मिलेंगी मुझ में,
न जाने किस-किस अदा से
तू आबाद है मुझ में...❣❣ Good Morning All ❣❣
लफ़्ज हल्के एहसास भारी रखो,
महफ़िल में आये हो मुस्कान ढेर सारी रखो ,
सब दिल जले है दर्द छुपा के बैठे हैं,
तुम बोलो आंखों से दिल से यारी रखो ।।
पलटकर देखा तो हर जगह तुम थे ,
नज़र घुमाई तो मेरे रूबरू तुम थे ,
मैंने कदम बढ़ाए थे रास्ते की ओर,
कुछ दूर चलकर देखा मंज़िल तुम थे ...
#GoodMorning❤️
दर्पण तो तेरे सजने संवरने के लिए है,
सिंदूर तेरी मांग में भरने के लिए है,
मैं दिल में जगह दे दूं किसी और को कैसे,?
दिल मेरा फकत तेरे ठहरने के लिए है..!!
हर पन्ने पर ख्वाब लिखा है,
बेहद खूबसूरत बेहिसाब लिखा है!
हकीकत से नहीं कोई वास्ता,
न सही मगर जो लिखा लाजवाब लिखा है।
इश्क़ की भी जनाब क्या खूबसूरत हस्ती है,
किसी से जबरदस्त है तो किसी से जबरदस्ती हैं!
#GoodMorning❤️
उम्र दराज हो जायेंगे इश्क़ मैं तुम्हारे..
तन्हा रह लेंगे तब तक जब तक तुम ना हुए हमारे..!!
तुम्हे सोचता हूं और लिखता हूं बस,
शायरी से मेरे ख्यालात बन जाते हैं,
तुम्हारा ही इश्क़ है तुम्हारा ही हुस्न,
तुम्हारी ही महक है मेरे लफ़्ज़ों में...
#GoodMorning❤️
खूबसूरत मेरी शायरी नही तेरी मोहब्बत है..
जो नूर बन कर झलकती है मेरे लफ़्ज़ों में..!!
भुला देना उसे जो रुला जाये,
याद रखना उसे जो निभा जाये,
वादे आपसे करेंगे बहुत लोग,
मगर अपने दिल की बात कहना,
उसी से जिसके बिना एक पल रहा न जाये।
निगाहों में आकर, दिल में समाना
धड़कनों को अपनी, काबू में रखना,
नजर न मुहब्बत को, लगा दे जमाना
अभी तो मिले हो, कभी अब न जाना,
तेरे संग जीना, तेरे बिन ही मरना
जीवन का है बस इतना फसाना,
हमें याद रखना, भुला तुम न देना
सजाया है तुझ संग, हमने आशियाना,
तेरी ख्वाहिशों को, है पूरा करना
तुझपर सबकुछ, है अर्पण करना ।।
हाल दिल का सुनाना चाहता हूँ,
तुम्हे अपना बनाना चाहता हूँ,
कब तलक छुपाऊं अपनी मोहब्बत,
तुम्हे हाले दिल बताना चाहता हूँ,
शर्मो-हया से रुख पर जो बिखरी जुल्फें तेरी,
उनको रुख से हटाना चाहता हूँ,
मेरे किरदार के हैं यहाँ दिवाने कई पर,
मैं खुद को तेरा दीवाना बनाना चाहता हूँ,
एक मुद्द्त से रहा प्यासा तेरी चाहत का,
तुझको एक बार सीने से लगाना चाहता हूँ,
तुम मुझे ही चाहो और दुनिया भुला दो,
जादू यह इश्क का चलाना चाहता हूँ,
तुम्हे दिल में बसा कर लिखी जो ग़ज़ल,
अब उसे ही गुन-गुनाना चाहता हूँ।
जब से मिला हूँ उस से मैं इश्क़ लिख रहा हूँ
भूले न वो भुलाये मैं इश्क़ लिख रहा हूँ
आँखें सनम की यारो जैसे किताब-ए-उल्फ़त
आँखें सनम की पढ़ के मैं इश्क़ लिख रहा हूँ
इक दास्तान-ए-उल्फ़त मुझ में तुम्हें मिलेगी
अपने किताब-ए-दिल पे मैं इश्क़ लिख रहा हूँ ।
बहुत नायाब होते हैं जिन्हें हम अपना कहते हैं,
चलो तुमको इजाजत हैं कि तुम अनमोल हो जाओ..
#GoodMorning❤️
तुझे अल्फाजों में, लिखते--लिखते,
यूँ ही, ज़िंदगी की शाम हो जाये...!!
बस रहे तू ही,आबाद मेरे लफ्ज़ो में
चाहे ये, जिंदगी नीलाम हो जाये...❤️
ना गुलज़ार की तरह इश्क़ लिख पाता हूँ,
ना मीर सी गज़ल लिख पाता हूँ,
मै तूझे जितना चाहता हूँ बस उतना इश्क़ लिख पाता हूँ।
#GoodMorning❤️